नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सुबह 11 बजे 24वीं बार देश के लोगों से मन की बात करते हुए कहा कि उरी के शहीद किसी एक परिवार की क्षति नहीं बल्कि पूरे देश के लिए बड़ी क्षति है। मैं उन शहीदों को श्रद्धांजलि देता हूं और वादा करता हूं कि आरोपियों को छोड़ा नहीं जाएगा।
सजा पाकर ही रहेंगे दोषी
पीएम ने आगे कहा कि मुझे अपने सैनिकों पर भरोसा है। हम नागरिकों के लिए, राजनेताओं के लिए, बोलने के कई अवसर होते हैं और हम बोलते भी हैं। लेकिन सेना बोलती नहीं है सेना अपना पराक्रम करती है। मैं देशवासियों को आज इतना ही कहूंगा और जो मैंने उसी दिन कहा था, मैं आज उसको फिर से दोहराना चाहता हूं कि दोषी सजा पाकर ही रहेंगे।
समझदार हो रहे हैं कश्मीर के लोग
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि आज में कश्मीर के लोगों से बात करना चाहता हूं। कश्मीर के लोग समझदार हो रहे हैं। वे देश विरोधी ताकतों को समझने लगे हैं और शांति के मार्ग पर चलने लगे हैं। वहां के लोग भी चाहते हैं कि उनका व्यवसाय चले, उनके बच्चे पढ़ें लेकिन पिछले कुछ दिनों से वहां स्थिति खराब है। इस समस्या का हम मिलकर समाधान करेंगे, आने वाली पीढ़ी के लिए काम करेंगे। इस समस्या के समाधान का रास्ता शांति, एकता और सद्भावना के माध्यम से करेंगे।
छात्र हर्षवर्धन का किया जिक्र
मोदी ने हर्षवर्धन नाम के छात्र द्वारा भेजे गए संदेश का जिक्र करते हुए कहा कि 1965 में जब लाल बहादूर शास्त्री प्रधानमंत्री थे तो तब भी देश में ऐसा ही माहौल और आक्रोश नजर आया था। उस समय उन्होंने इस जोश को सेना से जोड़ते हुए जय जवान जय किसान का नारा दिया था।
पैरालिंपिक में मेडल जीतने वाले खिलाडि़यों को बधाई
पैरालिंपिक में भारतीय खिलाडि़यों द्वारा मेडल जीतने पर पीएम ने बोला कि पैरालिंपिक में मेडल जीतने वाले खिलाडि़यों को बधाई। जब मेडल जीतकर दीपा मलिक ने कहा कि इस मेडल से मैंने विकलांगता को पराजित कर दिया है। देश के हर व्यक्ति को पैरालिंपिक में हमारे खिलाडि़यों के प्रति एक इमोशनल अटैचमेंट हुआ है।
बड़ा इमोशनल पल था ये
पीएम ने आगे कहा कि पिछले सप्ताह मुझे गुजरात के नवसारी में कई अदभुत अनुभव हुए। बड़ा इमोशनल पल था मेरे लिए। वहां एक दिव्यांग गौरी शर्दूल ने मुझे रामायण के कुछ हिस्से सुनाए। लोग यह सुनकर निशब्द हो गए थे।
स्वच्छ भारत मिशन’ के दो साल
स्वच्छ भारत अभियान का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि दो साल पहले 2 अक्टूबर को पूज्य बापू के जन्म जयंती पर ‘स्वच्छ भारत मिशन’ को हमने प्रारंभ किया था। देश के सवा-सौ करोड़ देशवासियों के दिल में स्वच्छ्ता के प्रति जागरूकता बढ़ी है। अब तक लगभग ढाई करोड़ शौचालय का निर्माण हुआ है और आने वाले एक साल में डेढ़ करोड़ और शौचालय बनाने का इरादा है।
आपके शहर में क्या हाल है?
प्रधानमंत्री ने कहा की स्वच्छता मिशन का आपके शहर में क्या हाल है? ये जानने का हक हर किसी को है और इसके लिए भारत सरकार ने एक टेलीफोन नंबर दिया है– 1969। इस नंबर पर आप फोन करके न सिर्फ अपने शहर में शौचालयों के निर्माण की स्थिति जान पाएंगे, बल्कि शौचालय बनवाने के लिए आवेदन भी कर पाएंगे।
‘मन की बात’ के भी दो साल
पीएम ने आगे कहा कि विजयादशमी के दिन ही 2 साल पहले ‘मन की बात’ की मैंने शुरुआत की थी। इस विजयादशमी के पर्व पर 2 वर्ष पूर्ण हो जाएंगे। मेरी ये प्रामाणिक कोशिश रही थी कि ‘मन की बात’ - ये सरकारी कामों के गुणगान करने का कार्यक्रम नहीं बनना चाहिए। ये ‘मन की बात’ राजनैतिक छींटाकशी का कार्यक्रम नहीं बनना चाहिए।
आकाशवाणी का भी आभारी हूं मैं
मोदी ने कहा- मैं आज 2 वर्ष इस सप्ताह जब पूर्ण हो रहे हैं, तब ‘मन की बात’ को आपने जिस प्रकार से सराहा, जिस प्रकार से संवारा, जिस प्रकार से आशीर्वाद दिए, मैं इसके लिए भी सभी श्रोताजनों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। मैं आकाशवाणी का भी आभारी हूं कि उन्होंने मेरी इन बातों को न सिर्फ प्रसारित किया, लेकिन उसको सभी भाषाओं में पहुंचाने के लिए भरसक प्रयास किया।
मैं उन देशवासियों का भी आभारी हूं कि जिन्होंने ‘मन की बात’ के बाद चिट्ठियां लिख करके, सुझाव दे करके, सरकार के दरवाज़ों को खटखटाया, सरकार की कमियों को उजागर किया और आकाशवाणी ने ऐसे पत्रों पर विशेष कार्यक्रम करके, सरकार के लोगों को बुला करके, समस्याओं के समाधान के लिये प्लेटफार्म प्रदान किया।