तेहरान। अमेरिका से प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष तौर पर बातचीत शुरू करने को लेकर फिलहाल ईरान की कोई योजना नहीं है। ईरान के उपविदेश मंत्री अब्बास अरागची ने रूसी समाचार एजेंसी स्पूतनिक से विशेष साक्षात्कार में यह बात कही। उन्होंने कहा,‘‘ अमेरिका से प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष तौर पर बातचीत शुरू करने को लेकर हमारी कोई योजना नहीं है। हम दबाव में किसी से कोई बातचीत नहीं करते हैं। ’’ ईरानी उपविदेश मंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के उस बयान का भी उल्लेख किया जिसमें श्री ट्रम्प ने कहा था कि अमेरिका ईरान के साथ युद्ध नहीं चाहता। उन्होंने कहा, ‘‘ लेकिन हमारे लिए शब्द नहीं कार्रवाई मायने रखती है। हम उनसे कार्रवाई करने की उम्मीद करते हैं, शब्द काफी नहीं।’’
अरागची ने कहा, ‘‘ हमने परमाणु समझौते के अंतर्गत अमेरिका समेत कई देशों के साथ संयुक्त समग्र कार्य योजना के तहत बातचीत की। हमने विश्वास के साथ यह समझौता किया, लेकिन बिना कोई ठोस कारण बताए अमेरिका इस समझौते से अलग हो गया। हमने अपने सभी वायदे पूरे किए। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की 14 रिपोर्टों में इस बात का स्पष्ट तौर पर उल्लेख किया गया है कि ईरान ने अपने वायदे पूरे किए। ’’ अरागची ने कहा कि अमेरिकी दबाव और प्रतिबंधों के बीच बातचीत के लिए कोई जगह नहीं है। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष मई में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान परमाणु समझौते से अपने देश के अलग होने की घोषणा की थी। इसके बाद से ही इस परमाणु समझौते के प्रावधानों को लागू करने को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है। गौरतलब है कि वर्ष 2015 में ईरान ने अमेरिका, चीन, रूस, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। समझौते के तहत ईरान ने उस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने के बदले अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने पर सहमति जताई थी।