भोपाल। भारतीय जनता पार्टी की मध्यप्रदेश इकाई ने मुख्य चुनाव आयुक्त एवं मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के विभिन्न मामलों की शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है। पार्टी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इनमें से एक शिकायत एक विधायक की बहन को दोबारा सेवा में लेने के आदेश से संबंधित है, तो दो शिकायतें विवादित सरकारी अधिकारियों की तैनाती को लेकर हैं। अपनी शिकायत में पार्टी ने कहा कि भोपाल मध्य विधानसभा क्षेत्र से विधायक आरिफ मसूद की बहन सालिमा परवीन एक स्थानीय स्कूल से पिछले साल 30 जून को सेवानिवृत्त हो गई थीं, लेकिन विधायक के दबाव में आकर जिला शिक्षा अधिकारी ने आठ मार्च को एक पत्र जारी कर स्कूल के प्राचार्य को निर्देशित किया गया है कि उन्हें पुन: सेवा में लिया जाए। शिकायत में कहा गया है कि आचार संहिता 10 मार्च से प्रभावी हो चुकी है, जबकि जिला शिक्षा अधिकारी ने ये आदेश पिछली तारीख अंकित कर 10 मार्च के बाद जारी किया है।
पार्टी की ओर से जिला शिक्षा अधिकारी के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन का प्रकरण दर्ज किए जाने की मांग की गई है। पार्टी की ओर से आयोग को की गई शिकायत में कहा गया है कि बड़वानी के राजपुर थाने के प्रभारी अनिल बामनिया धार लोकसभा के कांग्रेस पार्टी के नेता और संभावित उम्मीदवार गजेन्द्र सिंह राजूखेड़ी के भांजे हैं। पार्टी ने श्री बामनिया पर भाजपा से जुड़े लोगों के खिलाफ राजनीति से प्रेरित होकर आपराधिक प्रकरण दर्ज करने का आरोप लगाया। पार्टी ने उनहें पद से हटाने की मांग की है। पार्टी ने सतना कलेक्टर सत्येंद्र सिंह पर कांग्रेस नेता अजय सिंह के इशारे पर काम करने का भी आरोप लगाया। शिकायत में कहा गया है कि कलेक्टर कांग्रेस और उसके नेता अजय सिंह के लिए काम कर रहे हैं। पार्टी ने सतना जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर सत्येन्द्र सिंह को निर्वाचन कार्य से पृथक रखे जाने की मांग की।