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विश्व जल दिवस: नाबार्ड के अध्यक्ष की ओर से नबसमृद्धि के पर्यावरण अनुकूल 'वॉश' जागरूकता अभियान का शुभारंभ

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Mar 23 2024 8:54PM | Updated Date: Mar 23 2024 8:54PM
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मुंबई। दुनिया भर में 22 मार्च 2024 को मनाए जाने वाले विश्व जल दिवस के अवसर पर, नाबार्ड ने अपनी एनबीएफसी सहायक कंपनी नबसमृध्दी (NABSAMRUDDHI) के सहयोग से पर्यावरण पूरक राष्ट्रव्यापी फंडींग जागरूकता अभियान 'WASH' (Water, sanitation and hygiene) का पहला चरण शुरू किया है। यह सूक्ष्म वित्त संस्थानों की महिला जेएलजी ऋणकों (संयुक्त दायित्व समूह) के लिए एक जागरूकता अभियान है। यह अभियान शाश्वत ग्रामीण विकास के सामूहिक लक्ष्य को आगे बढ़ाने के लिए तयार किया गया है ।  कार्यक्रम का उदघाटन नाबार्ड के मुंबई स्थित मुख्यालय में नाबार्ड के अध्यक्ष श्री शाजी के. वी. द्वारा किया गया। इस अवसर पर उदघाटन भाषण में उन्होंने समाज के वंचित वर्गों के लिए पानी की उपलब्धता के मुद्दे पर जोर दिया। उन्होंने समाज में ऐसे वर्ग को समर्थन देने के बदले में लाभ के बजाय अभियान के प्रभाव पर ध्यान केंद्रित करने की भी सलाह दी। अपने भाषण में विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “पानी एक सार्वजनिक संपत्ति है, लेकिन जलवायु परिवर्तन के कारण जल संतुलन बदल रहा है। समाज के सबसे वंचित वर्ग जलवायु जोखिमों से सबसे अधिक प्रभावित होते हैं और उनकी आजीविका पर सबसे अधिक प्रभाव दिखता है। 
 
एक सार्वजनिक वित्त संस्थान होने के नाते, नाबार्ड जरूरतमंदों की सहायता के लिए नवीन समाधान खोजने और इस तरह व्यापक प्रभाव पैदा करने के लिए पंचायत राज संस्थानों, नागरिक निकायों, सरकारी निकायों के साथ साझेदारी कर रही है। जागरूकता पैदा करना ऐसे समाधानों की कुंजी है। हमारी सहायक कंपनी NABSAMRUDDHI पर्यावरण पूरक वॉश फंडिंग पहल लागू कर रही है। इस पहल के तहत नाबार्ड की मदद से अंतिम ऋणकों के बीच भी जागरूकता पैदा करने का अभियान आज से शुरू किया गया है। इस पहल को मुख्यधारा में लाने से पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगी।'' स्थायी आजीविका को बढ़ावा देने के लिए, नबसमृद्धि कंपनी नाबार्ड से पुनर्वित्त के साथ रियायती खुदरा दरों पर WASH योजना के रूप में ऋण प्रदान कर रही है, जबकि अपने भागीदार फिनिश संगठन Water.org के माध्यम से ऋणकों को तकनीकी सहायता प्रदान की जा रही है। एनबीएफसी ने अब तक 32 भागीदार संस्थानों के माध्यम से 75,000 ऋणकों को 45 मिलियन डॉलर इतना WASH फंड वितरित किए हैं। धन प्राप्त करने वाले 90 प्रतिशत ऋणको महिलाएं हैं। फिनिश संगठन के माध्यम से आयोजित होने वाले इस अभियान में पहले चरण में सात राज्यों के जलवायु संवेदनशील क्षेत्रों में 40 ब्लॉक स्तरीय शिविर शामिल होंगे। NABSAMRUDDHI ने नवंबर 2023 में यह अवधारणा पहली बार प्रस्तुत की और कार्यक्रम का समर्थन करने की पहल में सहकारी भागीदारों के लिए तीन ऑन-साइट दौरे भी किए और साथसाथ आठ टर्मलोन भी वितरित किए।
 
भारत के वाटरमैन के नाम से मशहूर डॉ. राजेंद्र सिंह और Water.org की अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्षा और सीओओ श्रीमती वेदिका भंडारकर ने वीडियो संदेशों के माध्यम से दर्शकों को संबोधित किया। इस अवसर पर वॉटर डॉट ओरजी संस्थान के दक्षिण एशिया विभाग के निदेशक श्री. मनोज गुलाटी और नबसमृद्धि के अध्यक्ष श्री. रवि कृष्ण ठक्कर ने भी दर्शकों को संबोधित किया । NABSAMRUDDHI की प्रबंध निदेशक श्रीमती बोनानी रॉयचौधरी ने पर्यावरण के प्रति संवेदनशील WASH पहल के संबंध में COP27 और COP28 की घोषणा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने अंतिम छोर तक वित्तीय सहाय्यता पहुंचाने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया। उनके अनुसार, "ऐसे विकल्पों और समाधानों को वित्तीय सहाय्यता करने से पर्यावरणीय समस्याओं के जोखिम को कम करने और कमजोर लोगों को अनुकूलन प्रदान करने की उम्मीद है। इससे लैंगिक समानता, सशक्तिकरण, सुरक्षा और गरिमा यह मुद्दों को संबोधित करते हुए ग्रामीण महिलाओं के स्वास्थ्य, उत्पादकता, आय, जीवन की गुणवत्ता में सुधार होने की भी उम्मीद है।" 
 
इस अवसर पर नाबार्ड के डीएमडी श्री. जी. एस. रावत और डॉ. ए. के. सूद के साथ-साथ नाबार्ड, बैंकों, एमएफआई, एनबीएफसी के वरिष्ठ अधिकारी और Sa-dhan के तकनीकी भागीदारों और सरकारी अधिकारी भी उपस्थित थे।
यह कार्यक्रम जलवायु परिवर्तन के कारण जल सुरक्षा और स्वच्छता पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव को संबोधित करने के लिए शुरू किया गया है, क्योंकि जलवायु संकट मुख्य रूप से सूखे, बाढ़, पिघलते ग्लेशियरों, चक्रवातों के साथ-साथ समुद्र के बढ़ते स्तर के कारण जलभरों की बढ़ती लवणता के माध्यम से जलसंकट के रूप में प्रकट होता है।
 
वित्तीय सहाय्यता में शामिल तथ्यो में मुख्य रूप से निम्नलिखित चार उपाय शामिल होंगे:
 
जलवायु की दृष्टि से स्मार्ट शौचालयों की स्थापना
बोरवेल पुनर्भरण के लिए वर्षा जल संचयन
वर्षा जल संचयन
पंपों को सौर ऊर्जा की आपूर्ति
 
इस अवसर पर नबासमृद्धि की WASH वित्त सहाय्यता पहल पर Water.org द्वारा निर्मित एक IEC वीडियो का अनावरण किया गया । साथ ही नाबार्ड द्वारा जल बजट पर तैयार किये गये दो विवरणिका (ब्रोशर) जारी कि गई । इस अवसर पर NABSAMRUDDHI की हरित वित्त शाखा के तहत पर्यावरण से संबंधित स्मार्ट पहलों के फंडींग के लिए NABSAMRUDDHI और क्लाइमेट पॉलिसी इनिशिएटिव (CPI) के बीच एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए।
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