रूस ने अरब सागर में चीन (China) और ईरान (Iran) के साथ पांच दिवसीय नेवी एक्सरसाइज शुरू कर दी है। रूस चीन और ईरान के साथ अपने संबंध मजबूत करना चाहता है। रूस ने ईरान और चीन के साथ मिलकर त्रिकोणीय मरीन सिक्योरिटी बेल्ट 2023 नेवी एक्सरसाइज चाबहार के ईरानी बंदरगाह के क्षेत्र में शुरू हो किया है। नेवी वाले हिस्से की एक्सरसाइज गुरुवार (16 मार्च) और शुक्रवार (17 मार्च) को होने वाली है।
रूस की ओर से नेवी एक्सरसाइज का प्रतिनिधित्व एडमिरल गोर्शकोव फ्रिगेट करेंगे। उनके साथ एक मीडियम साइज का टैंकर भी होगा। रूस के तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि नेवी एक्सरसाइज के दौरान शिप मिल कर संयुक्त युद्धाभ्यास करेंगे। वहीं वो दिन और रात गोलीबारी का अभ्यास करेंगे। चीन के रक्षा मंत्रालय ने भी बयान जारी करते हुए कहा कि वो ईरान और रूस के साथ होने वाले संयुक्त नेवी एक्सरसाइज रविवार (19 मार्च) तक चलेगा।
दूसरी ओर जब से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुआ है, तब से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन चीन और ईरान के साथ राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य संबंधों को मजबूत करने की कोशिश कर रहे है। इस दौरान रूस पर पश्चिमी देशों ने कई तरह के प्रतिबंध भी लगाए है, जिससे निपटने के लिए पुतिन भरकस कोशिश कर रहे है।दुनिया का सुपर पावर देश कहे जाने वाला अमेरिका भी मिडिल ईस्ट के सबसे बड़े समुद्री अभ्यास की मेजबानी कर रहा है। ये समुद्री अभ्यास कुल 18 दिन तक चलने वाला है, जिसमें कुल 50 देशों के अलावा कई इंटरनेशनल एजेंसियां शामिल हैं। इसके अलावा अमेरिका साउथ कोरिया के साथ भी युद्ध अभ्यास कर रहा है। उन्होंने इस युद्धाभ्यास का नाम फ्रीडम शील्ड 2023 नाम दिया है। दोनों देशों के बीच ये युद्धाभ्यास करीब 5 साल के अंतराल के बाद हो रहा है।