लंदन। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने ईरान के मिसाइल हमलों के मद्देनजर इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से संयम बरतने को कहा है। उधर, ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड कैमरन बुधवार को वार्ता के लिए तेल अवीव पहुंचे। सुनक ने फोन पर हुई बातचीत में क्षेत्रीय स्थिरता के लिए ब्रिटेन के ‘दृढ़ समर्थन’ को दोहराया और इजरायली नेता से कहा कि ईरान ने गलत तरह से कदम उठाया है और परिणामस्वरूप वह वैश्विक मंच पर अलग-थलग पड़ गया है।
ऐसा माना जाता है कि नेतन्याहू ने शनिवार को इजरायल पर ईरान के अभूतपूर्व प्रत्यक्ष हमले की स्थिति में ब्रिटेन को उसके मजबूत समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के कार्यालय-सह-आवास ‘डाउनिंग स्ट्रीट’ की ओर से मंगलवार शाम को फोन कॉल की जानकारी दी गई। इसमें बताया गया कि ‘प्रधानमंत्री सुनक ने कहा कि ईरान ने बहुत खराब तरीके से गलत अनुमान लगाकर कदम उठाया है और वैश्विक मंच पर वह अलग-थलग पड़ गया है।’गाजा में इजरायल-हमास संघर्ष पर सुनक ने नेतन्याहू से कहा कि वह गहराते मानवीय संकट को लेकर बहुत चिंतित हैं।
अमेरिका, कनाडा और संयुक्त राष्ट्र ने इजरायल पर ईरान के हमले की निंदा की है, वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक समन्वित जवाब तैयार करने को लेकर जी-7 देशों के नेताओं की एक बैठक बुलाने की बात कही है। इजरायली सेना ने रविवार को कहा कि ईरान द्वारा दागे गए 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइल में से 99 प्रतिशत से अधिक को मार गिराया गया। बाइडन ने कहा कि ‘हमने लगभग सभी ड्रोन और मिसाइल को मार गिराने में इजरायल की मदद की।’ सीरिया में एक अप्रैल को हवाई हमले में ईरानी वाणिज्य दूतावास में एक शीर्ष कमांडर सहित आईआरजीसी के सात अधिकारियों के मारे जाने के बाद ईरान ने बदला लेने का संकल्प लिया था। ईरान ने इस हमले के पीछे इजरायल का हाथ होने का आरोप लगाया था। हालांकि, इजरायल ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी।
इजरायल अब छोड़ेगा नहीं…! ईरान के इन 5 ठिकानों पर हो सकता है बड़ा हमला, नेतन्याहू लेंगे एयर अटैक का बदला इस बीच, नेतन्याहू ने ईरान के हमले के बाद ‘वॉर कैबिनेट’ की बैठक बुलाई और बाद में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन से बात की। नेतन्याहू ने कहा कि बाइडन ने ‘इजरायल की सुरक्षा के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता’ दोहराई है। बाइडन ने कहा कि इजरायल की मदद करने के उनके निर्देश पर अमेरिकी सेना ने पिछले सप्ताह क्षेत्र में विमान और बैलेस्टिक मिसाइल विध्वंसक भेजे थे। बाइडन ने कहा कि ‘मैंने इजरायल की सुरक्षा के प्रति अमेरिका की दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि करने के लिए कुछ ही देर पहले प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात की।’ इसके साथ ही बाइडन ने इजरायल को संमय बरतने की नसीहत भी दी है।