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8 साल बाद मुंबई ने जीता 42वां रणजी ट्रॉफी खिताब, फाइनल में विदर्भ को दी 169 रनों से मात

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Mar 14 2024 2:12PM | Updated Date: Mar 14 2024 2:12PM
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रणजी ट्रॉफी 2023-24 सीजन के फाइनल मुकाबले में मुंबई की टीम ने विदर्भ को 169 रनों से मात देने के साथ इस ट्रॉफी को रिकॉर्ड 42वीं बार अपने नाम किया है। इस फाइनल मैच के पहले दिन के खेल को छोड़ दिया जाए तो बाकी के सभी चार दिन मुंबई की टीम का दबदबा देखने को मिला। मुंबई ने विदर्भ को खिताबी मुकाबले में जीत के लिए 538 रनों का विशाल लक्ष्य दिया था, जिसका पीछा करते हुए विदर्भ की टीम ने अपनी दूसरी पारी में बेहतर बल्लेबाजी प्रदर्शन तो किया लेकिन वह 368 के स्कोर तक ही पहुंचने में कामयाब हो सके। मुंबई के लिए इस मुकाबले में तनुष कोटियन ने गेंद से अहम भूमिका अदा की।
 
फाइनल मुकाबले के चौथे दिन टारगेट का पीछा करने उतरी विदर्भ की टीम ने दिन का खेल खत्म होने तक 5 विकेट के नुकसान पर 248 रन बना लिए थे। इसके बाद टीम को कप्तान अक्षर वाडकर से एक मैच विनिंग पारी की उम्मीद थी। पांचवें दिन के खेल के पहले सत्र में विदर्भ की टीम ने एक भी विकेट नहीं गंवाया लेकिन इसके बाद मुंबई की टीम ने दूसरे सत्र में वापसी करने के साथ पहले अक्षय वाडकर को 102 रनों के निजी स्कोर पर पवेलियन भेजा हर्ष दुबे को भी 65 के निजी स्कोर पर पवेलियन भेजने के साथ जीत की तरफ कदम बढ़ा दिए थे। यहां से विदर्भ की पारी को सिमटने में अधिक समय नहीं लगा और पूरी टीम 368 के स्कोर पर ऑल आउट हो गई। मुंबई के लिए इस पारी में तनुष कोटियन ने 4 जबकि तुषार देशपांडे और मुशीर खान ने 2-2 विकेट अपने नाम किए। वहीं शम्स मुलानी और धवल कुलकर्णी भी 1-1 विकेट हासिल करने में कामयाब रहे।
 
अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में इस रणजी सीजन मैदान पर खेलने उतरी मुंबई की टीम का ग्रुप मैचों में शानदार प्रदर्शन देखने को मिला था, जिसमें उन्होंने 7 मैचों में से 5 में जीत हासिल की थी, जबकि एक ड्रा रहा और एक में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद बड़ौदा के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मुकाबला ड्रॉ पर खत्म होने पर पहली पारी में बढ़त के आधार पर मुंबई की टीम सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाने में सफल रही थी जहां पर उन्होंने तमिलनाडु को पारी और 70 रनों से मात देने के साथ फाइनल के लिए अपनी जगह को पक्का किया। मुंबई के लिए रणजी के इस सत्र में सबसे ज्यादा रन भूपेन लालवानी के बल्ले से देखने को मिले जिन्होंने 10 मैचों में 39.2 के औसत से 588 रन बनाए। वहीं टीम के लिए सबसे ज्यादा विकेट मोहित अवस्थी ने हासिल किए जो 8 मैचों में 35 विकेट अपने नाम करने में सफल रहे।
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