भारतीय टीम के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन के लिए इस समय कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। उन्होंने अपनी मर्जी से क्रिकेट से ब्रेक लिया था। इसके बाद उन्होंने बीसीसीआई, टीम मैनेजमेंट, कोच और अपनी घरेलू टीम को भी कुछ नहीं बताया है। किसी को भी कुछ नहीं पता कि आखिर ईशान का प्लान क्या है। उन्होंने घरेलू टीम के लिए रणजी ट्रॉफी भी नहीं खेली। ईशान के इस रवैये से बीसीसीआई और टीम मैनेजमेंट काफी नाराज दिख रहा है। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कई बार इशारों में यह संकेत भी दिए हैं।
एक बार फिर जय शाह ने सभी खिलाड़ियों को लेटर लिखकर यह साफ कर दिया है कि बोर्ड के लिए घरेलू क्रिकेट काफी महत्वपूर्ण है। यदि कोई प्लेयर IPL को तरजीह देता है और घरेलू क्रिकेट को इग्नोर करता है, तो यह उसके लिए अच्छा नहीं होगा। इसका अंजाम बुरा होगा।
बीसीसीआई सेकेट्ररी जय शाह ने कॉन्ट्रेक्ट और इंडिया ए के उन टॉप प्लेयर्स को लेटर लिखकर चेतावनी दी है, जो घरेलू क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं। जय शाह ने लेटर लिखकर टॉप क्रिकेटर्स को चेतावनी देते हुए कहा कि घरेलू क्रिकेट नेशनल टीम में चयन के लिए एक अहम पैमाना बना है और इसमें हिस्सा न लेने पर अंजाम बुरा होगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, आज कल कुछ खिलाड़ी घरेलू रेड-बॉल क्रिकेट को कम और IPL को ज्यादा प्राथमिकता देने लगे हैं। इसका ट्रेंड चल गया है। यही वजह है कि जय शाह को लेटर लिखना पड़ा। उन्होंने लेटर में लिखा, 'हाल में एक ट्रेंड सामने आया है, जो चिंता की बात है। कुछ प्लेयर्स ने घरेलू क्रिकेट पर आईपीएल को प्राथमिकता देना शुरू कर दिया है।'
जय शाह ने कहा, 'इस बदलाव की उम्मीद नहीं थी। भारतीय क्रिकेट घरेलू क्रिकेट की नींव पर ही खड़ा है और इसे कभी भी कम महत्व नहीं दिया गया। शुरू से ही भारतीय क्रिकेट के लिए हमारा विजन क्लीयर रहा है। भारत के लिए खेलने की इच्छा रखने वाले हर खिलाड़ी को घरेलू क्रिकेट में खुद को साबित करना होगा। टीम इंडिया में चयन के लिए घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन अहम है। घरेलू क्रिकेट नहीं खेलने के गंभीर परिणाम होंगे।'
जय शाह की वॉर्निंग सीधे तौर पर ईशान के लिए मानी जा सकती है, क्योंकि यह बयान भी ठीक तभी आया है, जब ईशान रणजी में नजर नहीं आए और भारतीय टीम से भी ब्रेक लिया है। वो झारखंड के लिए खेलते हैं। ईशान के अलावा तेज गेंदबाज दीपक चाहर भी रणजी नहीं खेले।