एचडीएफसी बैंक के एमडी सीईओ शशिधर जगदीशन अपने पद पर बने रहेंगे। बैंकिंग सेक्टर के रेग्यूलेटर भारतीय रिजर्व बैंक ने अगले तीन सालों के लिए उनके एमडी-सीईओ पद पर फिर से री-अप्पाइंटमेंट को मंजूरी दे दी है। शशिधर जगदीशन का 26 अक्टूबर 2023 को कार्यकाल खत्म होने जा रहा था।
एचडीएफसी बैंक ने रेग्यूलेटरी फाइलिंग में स्टॉक एक्सचेंजों को ये जानकारी दी है। बैंक ने कहा कि एचडीएफसी बैंक के बोर्ड की सिफारिश के बाद आरबीआई से शशिधर जगदीशन के बैंक के एमडी-सीईओ पद पर बने रहने को लेकर मंजूरी मांगी गई थी। आरबीआई ने 18 सितंबर 2023 को बैंक को सूचित किया कि उसने अगले तीन सालों के लिए शशिधर जगदीशन के फिर से एमडी-सीईओ पद पर नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। शशिधर जगदीशन 27 अक्टूबर, 2023 से लेकर 26 अक्टूबर 2026 तक बैंक के एमडी-सीईओ बने रहेंगे।
एचडीएफसी बैंक ने बताया कि जल्द ही बैंक के बोर्ड की बैठक बुलाई जाएगी जिसमें उनके एमडी-सीईओ पर नियुक्ति को लेकर बोर्ड से मंजूरी ली जाएगी। शशिधर जगदीशन 1996 से एचडीएफसी बैंक के साथ जुड़े हुए हैं। 1999 में उन्हें बिजनेस हेड-फाइनेंस बनाया गया था और 2008 में वे बैंक के सीएफओ बने थे। 26 अक्टूबर 2020 को शशिधर जगदीशन ने आदित्य पूरी की जगह ली जिन्होंने एचडीएफसी बैंक के बनने के बाद से ही बतौर एमडी रहते हुए बैंक का नेतृत्व किया था।
एचडीएफसी बैंक में समूह की हाउसिंग फाइनेंस कंपनी रही एचडीएफसी के विलय में शशिधर जगदीशन ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। एक जुलाई, 2023 से औपचारिक तौर पर एचडीएफसी बैंक में एचडीएफसी का विलय हो गया। एचडीएफसी बैंक के सालाना रिपोर्ट के मुताबिक 2022-23 में शशिधर जगदीशन का एनुअल पैकेज 10।5 करोड़ रुपये था। जबकि 2021-22 में उनका सालाना पैकेज 6।51 करोड़ रुपये रहा था। हाल ही में आरबीआई ने आईसीआईसीआई बैंक के एमडी-सीईओ संदीप बख्शी के भी एमडी-सीईओ पद पर फिर से नियुक्ति पर अपनी मुहर लगाई थी और अब देश की सबसे बड़ी निजी बैंक एचडीएफसी बैंक के एमडी-सीईओ को भी एक्सटेंशन मिल गया है।