मॉस्को। संयुक्त राष्ट्र में ईरानी राजदूत माजिद ताकहत रावांची ने कहा है कि जब तक अमेरिका अपनी ‘प्रसार और शत्रुता’ की नीति जारी रखता है तब तक उसके साथ किसी भी तरह का सहयोग करना व्यर्थ है। उन्होंने ईरानी सरकारी संवाद समिति को एक साक्षात्कार में कहा कि अमेरिका की ओर से सहयोग करने की पेशकश पर कोई विश्वास नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने परमाणु समझौते से अमेरिका के बाहर आ जाने के बाद ईरान पर लगाए गए प्रतिबंधों को ‘आर्थिक आतंकवाद’ करार दिया है। रावांची ने कहा कि अमेरिका ने ईरान पर जो अभूतपूर्व प्रतिबंध लगाए हैं उन्हें देखते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पेशकश एक तरह से धोखाधड़ी है और ईरान इसके झांसे में आने वाला नहीं है।