कराची। पाकिस्तान की इमरान खान सरकार में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी के खिलाफ पत्रकार मुबाशिर लुकमान ने रविवार देर रात मॉडल टाउन थाने में मारपीट के मामले में एक शिकायत देकर प्राथमिकी दर्ज कराई है। इस मामले में श्री चौधरी ने रविवार की घटना को स्वीकार करते हुए कहा कि उनके और पत्रकार के बीच जमकर झड़प हुई थी। उस समय दोनों लाहौर में पंजाब सरकार के मंत्री मोहसिन लेघारी के बेटे की शादी की पार्टी में गये थे।
चौधरी ने रविवार शाम जिओ न्यूज के ‘नया पाकिस्तान’ में एक टॉक शो में कहा - हमारे बीच झड़प हुई थी और दोनों तरफ से कुछ न कुछ तो हुआ था। यह दूसरा मौका है जब श्री चौधरी ने इस तरह की घटना को अंजाम दिया है। पिछले वर्ष जून में उन्होंने एक पत्रकार समी इब्राहिम को तमाचा मारा था।
द डॉन न्यूज’ के मुताबिक, रविवार को श्री लेघारी के बेटे की शादी के प्रीतिभोज कार्यक्रम में चौधरी अन्य मंत्रियों के साथ मौजूद थे और इसी दौरान वहां पत्रकार मुबाशिर लुकमान आए जिन पर चौधरी ने कुछ तंज कसा। लुकमान ने भी इसका जवाब दिया और दोनों के बीच बहस बाद में मारपीट में बदल गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पहले चौधरी ने लुकमान को चांटा मारा और इसके जवाब लुकमान ने कई थप्पड़ श्री चौधरी को लगा दिए।
इस घटना के बाद चौधरी ने कहा - मैं एक मंत्री हूं और अगर कोई मुझ पर हाथ उठाता है तो मैं कतई चुप नहीं रह सकता हूं। बताया जा रहा है कि इस झगड़े की वजह एक टिकटाक स्टार हरीम शाह है जिन्होंने अपनी दोस्त संदल खटक के साथ लुकमान के एक निजी विमान में वीडियो बनाया था। वह लुकमान से भी काफी परिचित है और शनिवार को लुकमान ने अपने एक शो में कहा था कि हरीम और संदल के पास फवाद चौधरी और सूचना एवं प्रसारण मंत्री फयाजुल हसन चौहान के कई आपत्तिजनक वीडियो हैं जिन्हें जल्दी ही सार्वजनिक किया जाएगा। इस बात को लेकर चौधरी काफी नाराज थे और रविवार को रिसेप्शन के दौरान भी इसी बात पर काफी गर्मागर्मी हुई थी।
चौधरी ने ट्विटर पर भी कहा - मैं एक मंत्री हूं और इसका अर्थ यह नहीं है कि मेरी इज्जत को इस तरह धूमिल किया जाए। ऐसा नहीं हो सकता है कि कोई मुझ पर कुछ भी आरोप लगाए और मैं फिर कैसे चुप बैठ सकता हूं। मैंने बिल्कुल सही किया है और मै अपनी जगह सही था। अगर आप किसी के खिलाफ ऐसे आरोप लगाएंगे तो कोई भी चुप नहीं बैठ सकता है।’’ उन्होंने इन रिपोर्टों का भी खंड़न किया कि जिस समय यह झगड़ा हो रहा था उनके गार्ड उनके साथ थे। श्री चौधरी ने कहा,‘‘ लोग जानते हैं कि मैं अपने साथ सुरक्षाकर्मियों को लेकर नहीं चलता हूं। इस्लामाबाद में भी मैं अकेला रहता हूं और उस समय भी अकेला था।
जब ट्विटर पर इस तरफ ध्यान आकर्षित किया गया कि यह थप्पड़ मारने की दूसरी घटना है तो उन्होंने कहा, लोग मेरी आलोचना करते हैं लेकिन इब्राहिम और लुकमान को देखकर क्या आप ईमानदारी से कह सकते हैं कि वह पत्रकार हैं। वह इस पेशे में दुर्घटनावश आ गए हैं। हर किसी की बर्दाश्त करने की एक सीमा होती है। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले को प्रधानमंत्री इमरान खान सरकार में जवाबदेही मामलों के सहायक शहजाद अकबर के सामने उठाया है और संघीय जांच एजेंसी के साइबर विंग को भी लुकमान के टीवी शो के मामले में लिखा है लेकिन अभी तक वहां से कोई वांछित प्रतिक्रिया नहीं आई है।