तेहरान। इराक की राजधानी बगदाद में अमेरिका की ओर से किये गये हवाई हमले में ईरानी कमांडर मेजर जनरल कासिम सुलेमानी तथा उसके कई सहयोगियों के मारे जाने के बाद सोमवार को दोनों देशों के बीच जुबानी जंग और तेज हो गयी और पश्चिम एशिया में तनाव और बढ़ गया। ईरान समथित हिजबुल्ला विद्रोही अमेरिकी सैनिकों को निशना बनाते हुय लगातार हमले कर रहे है। बगदाद के ग्रीन जोन में स्थित अमेरिकी दूतावास और प्रमुख सरकारी कार्यालयों पर रविवार की शाम चार मोर्टार दागे गए।
एक अधिकारी ने बताया कि इस घटना में ग्रीन जोन में स्थित अमेरिकी दूतावास और इराक के सरकारी कार्यालय पर चार मोर्टार दागे गये। सूत्रो के अनुसार एक मोटार्र अमेरिकी दूतावास के पास टाइग्रिस नदी के तट पर गिरा। शनिवार की शिया हिजबुल्ला विद्रोही नेता अबु अली अल असकरी ने इराकी सुरक्षाबलों को अमेरिकी ठिकानों से हटने की चेतावनी दी थी। इसके बाद ही यह घटना घटी। इस हमले से दो दिन पहले शुक्रवार को अमेरिकी के बगदाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ड्रोन हमले में ईरानी कमांडर जनरल सुलेमानी के अलावा ईरान समर्थित संगठन शिया पॉपुलर मोबिलाइजेशन फोर्स के उप प्रमुख अबु महदी अल-मुहांदिस समेत कई लोग मारे गये थे।
इन हमलों के कारण इन देशों में रह रहे अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर कई देशों को चिंता होने लगी है। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने अमेरिका को चेतावनी देते हुये कहा कि ईरान इस क्षेत्र में तनाव नहीं चाहता है लेकिन अमेरिका क्षेत्र में अस्थिरता बढ़ने के लिये गलत कार्य कर रहा है और उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। रूहानी ने कतर के विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी के साथ मुलाकात के दौरान कहा कि अमेरिका ने एक नया तरीका अपनाया है जो इस क्षेत्र के लिए बहुत ही खतरनाक है। इस तनाव के बीच ईरान ने कहा है कि जबतक तेहरान से प्रतिबंध पूरीतरह हटा नहीं लिये जाते तबतक वह अमेरिका के साथ हुए परमाणु समझौते का पालन नहीं करेगा।
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मोसावी ने रविवार को कहा कि अमेरिका के साथ हमारे सहयोग और परमाणु समझौते पर चर्चा के बारे में रुख अभी वही हैं। उन्होंने कहा कि परमाणु समझौते पर बातचीत शुरू करने की प्राथमिक शर्त अमेरिका द्वारा ईरान पर लगाए प्रतिबंध हटाने की ही है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि ईरान किसी भी अमेरिकी नागरिक या अमेरिकी संपत्ति पर हमला करता है तो उस पर बहुत जल्द और बहुत बड़ा हमला किया जाएगा। उन्होंने ने कहा कि अमेरिका ने 52 ईरानी साइटों को चिन्हित कर रखा है जो कि सांस्कृतिक तौर पर उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण है।