साना। यमन के हौउती विद्रोहियों ने सऊदी अरब पर हमला बंद करने के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि क्षेत्र में लड़ाई को समाप्त करने के लिए यह शक्तिशाली सन्देश है। स्काई न्यूज़ के अनुसार संयुक्त राष्ट्र में यमन के विशेष प्रतिनिधि मार्टिन ग्रिफिटस ने सभी पार्टियों से क्षेत्र में हिंसा तथा सैन्य वृद्धि और गैर जरुरी बयानबाजी को कम करने का आग्रह भी किया है।
इससे पहले शुक्रवार को हौउती विद्रोहियों के प्रमुख नेता मेहदी अल मशत ने एक बयान में कहा कि उनका संगठन सऊदी के उत्तरी क्षेत्र में मिसाइल और ड्रोन के सभी हमलों को पूरी तरह से रोक देगा लेकिन यदि युद्ध किया गया तो इसके परिणाम बेहद घातक होंगे। उल्लेखनीय है कि हौउतीयों की यह टिप्पणी सऊदी अरब के तेल संयंत्रों पर हुए हमले के करीब के सप्ताह बाद आयी है।
सऊदी के तेल संयंत्र अरामको पर 14 सितंबर को दरअसल एक अज्ञात ड्रोन से हमला किया गया था जिसकी जिम्मेदारी हौउती विद्रोहियों ने ली थी। सऊदी दरअसल हौउती विद्रोहियों के खिलाफ लड़ाई में यमन को हवाई क्षेत्र में मदद मुहैया करा रहा है जिसके वजह से शुरूवात में माना जा रहा था की यह हमला हौउती विद्रोहियों ने किया है,लेकिन अमेरिकी लगातार इसके पीछे ईरान का हाथ होने की बात कह रहा है। ईरान ने अमेरिका के इन आरोपों को हालांकि साफ खारिज किया है।