वाराणसी। ‘हम भारत के लोग’ के बैनर तले सोमवार यहां आयोजित‘नागरिक अधिकार सम्मेलन’ को संबोधन करते हुए विपक्षी नेताओं के नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को जनविरोधी बताया और केंद्र सरकार से इसे वापस लेने तथा इसके खिलाफ आंदोलन करने वाले लोगों के पर दर्ज मुकदमें वापस लेने की मांग की गई। मुख्य अतिथि पूर्व भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) कन्नन गोपीनाथ एवं ‘स्वराज इंडिया’ के प्रमुख योगेंद्र यादव ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर एक के बाद एक जनविरोधी फैसले लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि उसके खिलाफ देशव्यापी आंदोलन की शुरुआत हो चुकी है।
जनता जवाब देगी। गोपीनाथन ने मोदी सरकार पर नोटबंदी, सीएए, एनआरसी समेत एक के बाद एक लगातार गलत फैसले लेने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सीएए को ‘ऐतिहासिक निर्णय’ बताकर देशवासियों को गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूरा देश सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ खड़ा हो रहा है और उसे जनता के सवालों का तर्कसंगत जवाब देना होगा। यादव ने कहा कि सीएए के खिलाफ आंदोलन राष्ट्रव्यापी रूप लेगा तथा जयप्रकाश नारायण ,अन्ना हजारे आंदोलन की तरह सरकार को झुकना पड़ेगा।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि समाज को बांटने के प्रयास को यहां के युवा बर्दास्त नहीं करेंगे और सरकार को अपनी गलत नीतियों से पीछे हटना पडेगा। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार चेतावनी देते हुए कहा कि उसे तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा देश पर थोपे गए आपातकाल से सबक लेना चाहिए। जिला मुख्यालय के पास वरुणा नदी के शास्त्री घाट पर आयोजित सम्मेलन में भगत सिंह-अंबेडकर विचार मंच, नागरिक प्रयास मंच, इंसाफ मंच, स्वराज इंडिया आदि के संगठनों के नेतओं एवं कार्यकर्ता शामिल हुए।