लखनऊ। लोकसभा चुनाव के पहले और दूसरे चरण की तरह उत्तर प्रदेश में मंगलवार को होने वाले तीसरे चरण के मतदान में करोड़पति उम्मीदवारों की निगाहें गरीब और मध्यम वर्ग के एक एक वोट पर टिकी होंगी। सूबे की दस लोकसभा सीटों मुरादाबाद, रामपुर, सम्भल, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदॉयू, आवला, बरेली और पीलीभीत के लिये कल 120 उम्मीदवारों का भाग्य इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन में कैद हो जायेगा। दिलचस्प है कि खुद को गरीबों का मसीहा साबित करने की होड़ में जुटी कांग्रेस,समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और भारतीय जनता पार्टी ने इस चरण में भी करोड़पति उम्मीदवारों पर अपनी नजरें इनायत की है। इलेक्शन वॉंच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिर्फोम्स ने उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 120 उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया है जिसमें भाजपा, समाजवादी पार्टी, काग्रेंस, बहुजन समाजवादी पार्टी ने 100 प्रतिशत करोड़पति उम्मीदवारों को टिकट दिया है।
सपा उम्मीदवार देवेन्द्र सिंह यादव की संपत्ति दो सौ चार करोड़ 64 लाख 15 हज़ार 655 है वहीं काग्रेंस के प्रवीण सिंह एरॉंन की संपत्ति एक अरब 47 करोड़ 76 लाखा 86 हजार 28 रूपये है। इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर काग्रेंस के ही सलीम इकबाल शेरवानी है जिनकी संपत्ति 76 करोड 38 लाख 72 हजार है। तीसरे चरण में 46 प्रत्याशी करोड़पति है। इस चरण में उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 6,71 करोड़ है। वहीं सबसे कम संपत्ति वाले उम्मीदवारों में भारत प्रभात पार्टी के राम चन्द्र ने अपनी संपत्ति 25100 बतायी है। इस चरण में 24 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये है जिनमें 19 पर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किये गये है। आपराधिक मामलो में रामपुर से सपा प्रत्याशी आजम खॉं पर 10 आपराधिक मामले दर्ज है जिसमें से 15 गंभीर आपराधिक धाराए है जबकि दूसरे नम्बर पर फिरोजाबाद से निर्दलीय लड़ रहे चौधरी बशीर है जिनके ऊपर 10 आपराधिक मामले है। तीसरे नम्बर पर निर्दलीय जावेद खान है जिनके ऊपर चार आपराधिक मामले दर्ज है। आपराधिक मामलो में चौथे नम्बर पर सपा के धर्मेन्द्र यादव है जिनके ऊपर तीन आपराधिक मामले दर्ज है।