महाराष्ट्र के उल्हासनगर में अस्पताल में मरीजों के लिए शराब, गांजा, गुटका और तंबाकू लाने का मामला सामने आया है। यहां के केंद्रीय अस्पाल में जिला सर्जन डॉ। मनोहर बनसोडे ने जब अस्पताल में देखा कि हर जगह गुटका थूकने के निशान हैं। तो उन्होंने सभी मरीजों की चेकिंग करने का आदेश दे डाला। इस दौरान कई मरीजों के पास गुटका, गांजा और तंबाकू जैसी चीजें मिलीं।
तो वहीं, एक मरीज के रिश्तेदार के पास शराब की बोतल मिली। जिसे उसने डॉक्टरों को देखते ही अपने अंडरवियर में छुपा लिया था। अस्पताल प्रशासन ने ऐसी हरकत करने वाले सभी मरीजों के परिजनों के खिलाफ एक्शन लेने का फैसला लिया है। अस्पताल कर्मचारियों के मुताबिक, इस अस्पताल में दिन में हजारों मरीज चेकअप के लिए आते हैं। जो मरीज भर्ती हैं, उनके परिजन भी उनसे मिलने आते हैं।
उन्होंने बताया कि इस अस्पताल में काफी सुविधाएं हैं। जिस कारण यहां कर्जत, कसारा, शाहपुर, मुरबाड, अंबरनाथ, बदलापुर सहित ग्रामीण इलाकों से सैकड़ों नागरिक इलाज के लिए आते हैं। अस्पताल के बाह्य रोगी विभाग में प्रतिदिन एक हजार से अधिक मरीज पंजीकृत होते हैं। इन दिनों को ।हां क्षमता से अधिक मरीजों का इलाज किया जा रहा है। जिला सर्जन डॉ। मनोहर बनसोडे ने इस दौरान देखा कि अस्पताल की दीवारें और शौचालय गुटखा स्प्रेयर से रंगे हुए थे। इसके बाद उन्होंने अस्पताल के प्रवेश द्वार पर मरीजों से मिलने आए रिश्तेदारों की तलाशी लेने का आदेश दिया।
उनके आदेशानुसार अस्पताल में आने वाले मरीजों के रिश्तेदारों की सघन तलाशी शुरू कर दी गई। इस तलाशी में पता चला कि कुछ मरीजों के परिजनों के पास से शराब, गांजा, गुटका, तंबाकू आदि बरामद हुआ है। एक मरीज के रिश्तेदार ने तो डॉक्टरों को देखते ही अपने अंडरवियर में शराब की बोतलें भी छिपा लीं। जिन्हें अस्पताल के सुरक्षा गार्डों ने जब्त कर लिया। इससे अस्पताल में हंगामा मच गया। अस्पताल में शराब मिलने की घटना की खबर धीरे-धीरे वायरल हो गई। जिस कारण यह अस्पताल अब सुर्खियों में बना हुआ है।