नई दिल्ली। सौर ऊर्जा को किफायती बनाने का आव्हान करते हुए उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने सोमवार को कहा कि इससे खनिज तेल से निर्भरता घटेगी और कार्बन उत्सर्जन तथा जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने में मदद मिलेगी। नायडु ने यहां सौर ऊर्जा गठबंधन (आईएसए) के सदस्यों के लिए ‘सन मीट -आई -सीएपी’ (इंटरनेशनल कैपेसिटी आग्युमेंटेशन प्रोग्राम्स) की 24 वीं बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि नवीनीकरणीय ऊर्जा के लिए नीति निर्माताओं और विशेषज्ञों को दुनिया भर में सौर ऊर्जा के अधिकतम इस्तेमाल के तरीके तलाशने चाहिए और प्रौद्योगिकी तथा संसाधनों के बेहतर इस्तेमाल से इसकी लागत घटायी जानी चाहिए। सदस्यों को अपनी ऊर्जा निर्भरता खनिज तेल से घटानी चाहिए।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि नवीनीकरणीय ऊर्जा की ओर बढ़ने से न केवल ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित होगी बल्कि प्रदूषण घटाने तथा जलवायु के संरक्षण में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने में सभी देशों को नवीनीकरणीय ऊर्जा की ओर ध्यान देना चाहिए। पर्यावरण संरक्षण और सतत् विकास की समय की जरुरत करार देते हुए उन्होंने कहा कि प्रत्येक इमारत को अपनी ऊर्जा जरुरतें पूरी करने के लिए सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने चाहिए। बैठक के दौरान अफ्रीकी देश बोत्सवाना भी आईएसए का सदस्य बना। बैठक में 50 से ज्यादा सदस्य देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।