कर्नाटक। कर्नाटक के बांदीपुर आरक्षित वन में एक आदमखोर बाघ ने हाथी के एक नवजात बच्चे को मार डाला। एक वन्यजीव अधिकारी ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि जंगल में गायब होने से पहले उसने नवजात हाथी के बच्चे का पूरी तरह से सफाया कर दिया। राज्य के मुख्य वन्यजीव प्रबंधक संजय मोहन ने आईएएनएस को फोन पर बताया, 'मेलकामानाहल्ली गांव (जंगल में) के 10 किलोमीटर के दायरे में सफारी के नजदीक बाघ ने हाथी के बच्चे को मारा।'उन्होंने आगे कहा, 'उसके द्वारा शिकार करना और हाथी के बच्चे को खाना अच्छी खबर है, इससे हमें बड़े क्षेत्र में उसका ठिकाना ढूंढ़ने में मदद मिलेगी।'
आदमखोर बाघ की उम्र 4 से 6 साल के बीच है। राज्य के चामराजनगर जिले के 872 किलोमीटर क्षेत्र में फैले बांदीपुर रिजर्व में आदमखोर बाघ की 9 अक्टूबर से गहन तलाश हो रही है। सर्च टीम में वन रक्षक, पशु चिकित्सक और सोलीगा आदिवासी शामिल हैं। ये तब से उसी बाघ को ढूंढ़ रहे हैं, जब सितंबर में उसने दो लोगों को मारा था। इसके अलावा पिछले दो महीनों में आदमखोर बाघ 14 मवेशियों को मार चुका है। राज्य के वन विभाग ने शनिवार सुबह अंत में आखिरकार बाघ के चित्र को कैमरे में कैद कर लिया। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के दिशा निर्देशों के अनुसार वन रक्षकों द्वारा तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। मोहन ने आगे कहा कि एक बार पकड़े जाने के बाद आदमखोर बाघ को मैसूर पुनर्वास केंद्र में भेज दिया जाएगा।