जालंधर। लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान के दौरान जालंधर में अपराह्न 11 बजे तक 20 प्रतिशत मतदान हुआ। इस दौरान भोगपुर के गांव लडोई में कांग्रेसी और अकालियों के बीच झड़प भी हो गयी। अकाली कार्यकर्ताओं का आरोप है कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उनका बूथ तोड़ डाला है। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जालंधर के लंबा पिंड तथा छावनी क्षेत्र के गांव धीना में ईवीएम मशीनें खराब होने के कारण मतदान प्रक्रिया लगभग एक घंटा प्रभावित रही।
अमृतसर के मजीठा क्षेत्र में ईवीएम में खराबी आने के कारण बूथ नंबर 36 ओर 37 पर वोटिंग देरी से शुरू हुई, इस कारण लोगों की लंबी लाइन लग गयी। मशीन बदले जाने के बाद वोटिंग शुरू हुई। पूर्वाह्न 11 बजे तक अमृतसर के बेरका में 25 प्रतिशत मतदान हुआ। जालंधर जिले के कुल 16.15 लाख मतदाताओं द्वारा मतदान के लिए 1863 बूथों पर 2329 पोलिंग पार्टियों की तैनाती की गयी है। मतदान के दौरान कुल 9316 कर्मचारियों को पीठासीन अधिकारी (पीआरओ), एपीआरओ और मतदान अधिकारियों के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया है।
जिले में 439 स्थानों पर मतदान के दिन 600 माइक्रो ऑब्जर्वरों की तैनाती की गयी है। मतदाताओं को 'रेड कार्पेट वेलकम' देने के लिए 45 मॉडल मतदान केंद्र जालंधर संसदीय क्षेत्र में स्थापित किये गये हैं। मतदान को निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और पारदर्शी ढंग के साथ करवाने के लिए करीब 7000 पुलिस कर्मचारियों की तरफ से कानून- व्यवस्था की स्थिति पर नज़र रखी जा रही है।
जालंधर लोकसभा सीट के लिए 704 पोलिंग बूथ पुलिस कमिशनरेट क्षेत्र, जिसमें जालंधर पश्चिमी के लिए 163, जालंधर केंद्रीय के लिए 160, जालंधर उत्तरी के लिए 176 और जालंधर कैंट के लिए 205 पोलिंग बूथ आते हैं। इसी तरह 1159 पोलिंग बूथ जिनमें विधानसभा हलका फिलौर में 236, नकोदर में 247, शाहकोट में 244, करतारपुर में 219 और विधानसभा हलका आदमपुर में 213 पोलिंग बूथ आते हैं जो जालंधर देहाती पुलिस के क्षेत्र में पड़ते हैं। पुलिस आयुक्तालय की सीमा के अंदर 2411 पुलिस कर्मचारियों के साथ केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के 640 कर्मचारियों को तैनात किया गया है। साठ पेट्रोलिंग पार्टियों के इलावा 41 उड़नदस्तों और 40 स्टेटिक सर्विलांस टीमों का गठन किया गया है।