नई दिल्ली। खरीफ फसलों का सीजन खत्म हो चुका लेकिन इस साल पिछले साल के मुकाबले बुआई का रकबा करीब 2 फीसदी कम रहा है। कृषि मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, खरीफ फसलों की बुआई जून महीने की शुरूआत से लेकर 29 सितंबर तक 1052.38 लाख हेक्टेयर में रही है। इस तरह से खरीफ फसलों की बुआई का रकबा करीब 2 फीसदी कम रहा है। इस दौरान 1072.79 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बुआई हुई है। तिलहन और गन्ने का रकबा बढ़ा है, जबकि चावल, दालों, मोटे अनाज और कपास की बुआई में गिरावट देखी गई।
इस बीच, मौसम विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि इस साल मानसून बारिश सामान्य से 9 फीसदी कम है। पिछले वर्ष की तुलना में देश के 91 प्रमुख जलाशयों में शुक्रवार को 17 फीसदी अधिक पानी था और 10 साल के औसत से 5 फीसदी अधिक था। इन जलाशयों में करीब 122.514 अरब घन मीटर पानी था।
धान की रोपाई पिछले साल से कम
धान की रोपाई में पिछले वर्ष की तुलना में 2.37 फीसदी घटकर 384.19 लाख हेक्टेयर में रही है। मोटे अनाजों की बुआई 5.85 फीसदी गिरकर 175.35 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गई है, जबकि ज्वार से लेकर बाजरा जैसे प्रमुख अनाजों की बुआई में कमी आई है। हालांकि मक्का का बुआई रकबा पिछले वर्ष के समान रहा है।