नई दिल्ली। इंडियन रेलवे ने दावा किया है कि पूरे रेल नेटवर्क का इलेक्ट्रिफिकेशन करने का असर ट्रेनों की स्पीड पर पड़ेगा। इससे ट्रेनों की औसत स्पीड में 10 से 15 फीसदी की बढ़ोतरी हो जाएगी और बार-बार ट्रेन के डीजल और इलेक्ट्रिक इंजन को बदलने की जरूरत भी खत्म हो जाएगी।
इसके अलावा इस फैसले से रेलवे को सालाना लगभग 12 से 13 हजार करोड़ रुपये की भी बचत होगी। रेलवे बोर्ड के सदस्य घनश्याम सिंह के मुताबिक सरकार के रेलवे के पूरे ब्रॉडगेज नेटवर्क के इलेक्ट्रिफिकेशन करने के फैसले के नतीजे जल्द नजर आने लगेंगे। उनका कहना है कि 2022 तक सौ फीसदी लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा।