मुंबई। टाटा समूह की कंपनियों की होल्डिंग कंपनी टाटा संस ने बुधवार को कहा कि एनसीएलएटी द्वारा साइरस मिस्त्री को कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में बहाल किए जाने के बाद वह उचित कानूनी सहारा लेगी। 24 अक्टूबर 2016 को टाटा संस बोर्ड ने मिस्त्री को हटा दिया था और रतन टाटा को अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया था। हालांकि, तीन साल के बाद बुधवार को मिस्त्री ने एनसीएलएटी के आदेश के जरिये वापसी की और उन्हें समूह के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में बहाल कर किया।
टाटा संस ने एक बयान में कहा, "टाटा संस ने नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल के आदेश को प्राप्त किया है और उसका विश्लेषण कर रहा है। इसमें कहा गया, "यह स्पष्ट नहीं है कि एनसीएलएटी ने कैसे टाटा संस के शेयरधारकों के फैसले के विरुद्ध निर्णय दिया और टाटा ऑपरेटिंग कंपनियों को वैध रूप से गठित शेयरधारक के रूप में सूचीबद्ध किया। बयान के अनुसार, एनसीएलएटी का आदेश मिस्त्री द्वारा मांगी गई 'विशिष्ट राहत' के परे जाता दिखाई देता है। इसमें कहा गया, "टाटा संस अपने मामले की मजबूती में विश्वास करती है और उचित कानूनी सहारा लेगी।