नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि देश में 15 साल से अधिक पुराने वाहनों को कबाड़ में तब्दील करने की नीति जल्दी ही आएगी। नीति का मकसद देश में वाहनों से बढ़ते प्रदूषण पर लगाम लगाना है। सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि हमने नीति आयोग के साथ मिलकर वाहनों के लिए कबाड़ नीति को लगभग अंतिम रूप दे दिया है। उन्होंने कहा कि 15 साल या इससे ज्यादा पुराने वाहनों को कबाड़ में बदला जाएगा।
कबाड़ से बनेंगे वाहनों के पार्ट्स
गडकरी ने कहा कि भारत वाहन उद्योग के लिये केंद्र बनने की ओर अग्रसर है और कीमतें कम होनी तय हैं क्योंकि कबाड़ का उपयोग वाहनों के कल-पुर्जों समेत अन्य के निर्माण में उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इससे वाहनों के लिए कच्चा माल सस्ता होगा। कबाड़ से बनने वाले प्लास्टिक रबड़, एल्युमिनियम और तांबे का उपयोग पार्ट्स और अन्य चीजों को बनाने में किया जाएगा।
एनजीटी पहले ही कर चुका है सख्ती
इससे पहले सड़क- परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने पुराने और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को स्वयं से कबाड़ में तब्दील करने और उसकी जगह दूसरा वाहन लेने को लेकर स्वैच्छिक वाहन बेड़ा आधुनिकीकरण कार्यक्रम (वी-वीएमपी) पर अवधारणा नोट सचिवों की समिति को भेजा था। देश में बढ़ते प्रदूषण की समस्या को लेकर सरकार चिंतित है। दूसरी तरफ एनजीटी भी राजधानी दिल्ली समेत एनसीआर में 15 साल पुराने वाहनों को एनसीआर से बाहर करने के बारे में कह चुका है।