नई दिल्ली। बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव जेल में हैं मगर उनके ट्विटर एकाउंट से ट्वीट किए जा रहे हैं और उनके ट्वीट ने बिहार की सियासत में हलचल पैदा कर दी है। इसको लेकर बिहार बीजेपी हमलावर हो गई है और बिहार बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सूबे के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने चुनाव आयोग से इस मामले में कार्रवाई की मांग की है।
उन्होंने लालू प्रसाद के ट्विटर के द्वारा 'राजनीतिक रूप से सक्रिय' रहने का संज्ञान लेने की मांग की है। सुशील कुमार मोदी ने सवाल किया कि क्या दोषी करार दिये गये व्यक्ति को अपनी दोषसिद्धि को निष्प्रभावी बनाने के लिए स्मार्टफोन, लैपटॉप जैसी आधुनिक सुविधाओं की छूट दी जानी चाहिए। मोदी ने कहा कि लालू चारा घोटाला मामलों में दोषी ठहराये जाने के बाद चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य करार दिये जाने के बावजूद सोशल मीडिया का जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं।
वहीं बिहार के अवर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति हैंडलर के माध्यम से ट्वीट करता है तो कार्रवाई का प्रावधान नहीं है। अगर अनुसंधान में यह पाया गया कि जेल में रहने वाला कोई स्वयं मोबाइल से ट्वीट करता है तो कार्रवाई हो सकती है। ट्विटर हैंडलर के माध्यम से भी अगर कोई विवादास्पद बातें ट्वीट करता है तो कार्रवाई की जा सकती है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए सूचना जनसंपर्क विभाग के सहयोग से टीम बनायी गयी है और अलग से सोशल मीडिया प्रकोष्ठ भी बनाया गया है।