नई दिल्ली। रमजान महीने में लोकसभा चुनाव को लेकर जारी विरोध के बीच चुनाव आयोग ने सोमवार को सफाई दी। आयोग ने साफ कहा कि जुमे के दिन यानी शुक्रवार को कोई वोटिंग नहीं रखी गई है। आयोग ने यह भी कहा कि ऐसा संभव नहीं कि पूरे रमजान महीने में नहीं हों। मुख्य त्योहार की तारीख और शुक्रवार के दिन को मतदान से अलग रखा गया है।
बता दें कि चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद से कुछ नेताओं ने रमजान में चुनाव को लेकर सवाल उठाए। आम आदमी पार्टी नेता अमानातुल्लाह ने ट्वीट कर लिखा कि 12 मई को दिल्ली में रमजान होगा। ऐसे में मुसलमान कम वोट देंगे और फायदा बीजेपी को मिलेगा।
इस बीच, प्रमुख मुस्लिम नेता और एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने इस पूरे विवाद को अनावश्यक बताया। उन्होंने कहा कि रमजान में मुस्लिम रोजा रखते हैं और वे बाहर जाते हैं और सामान्य जीवन जीते हैं। वे कार्यालय जाते हैं, यहां तक कि गरीब से गरीब व्यक्ति भी रोजा रखता है। मेरा मानना है कि इस महीने (रमजान) में मतदान प्रतिशत बढ़ेगा क्योंकि व्यक्ति सभी सांसारिक कर्तव्यों से मुक्त होगा।