इस्लामाबाद। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) के कारण अमेरिका और पाकिस्तान के संबंध थोड़े तल्ख हो गए थे लेकिन अमेरिका तथा तालिबान के बीच बातचीत में पाकिस्तानी भूमिका के कारण अब ये संबंध नए दौर में हैं।
कुरैशी ने रविवार को मुल्तान आर्टस कौंसिल के एक कार्यक्रम में कहा‘‘ अमेरिका ने पाकिस्तान को एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में शामिल कर लिया था और उसके बाद हमारे उनसे संबंध अच्छे नहीं थे। लेकिन अब अमेरिका तथा तालिबान के बीच बातचीत में पाकिस्तानी भूमिका तथा हमारी सफल विदेश नीति से दोनों देशों के संबंध सुधर रहे हैं।’’
उन्होंने इसका कारण अमेरिका और तालिबान के बीच शांति वार्ता में पाकिस्तान की भूमिका को बताया है। उनका कहना है ‘‘अमेरिका के साथ हमारे संबंध नया मोड़ ले रहे हैं और दोहा में अमेरिका तथा तालिबान के बीच बातचीत जारी है और इसके अच्छे नतीजे निकलने की उम्मीद है।’’
समाचार पत्र डॉन ने उनके हवाले से बताया‘‘ अगर अफगानिस्तान में शांति बहाल हो जाती है तो इससे न केवल पाकिस्तान मध्य एशिया से सस्ती बिजली खरीद सकता है बल्कि उसकी अर्थव्यवस्था में भी सुधार होगा और देश का निर्यात बढेगा।’’