इराक। इराक में राजनीतिक सुधारों और ईरान के प्रभाव को खत्म करने के लिये एक अक्टूबर से प्रदर्शन चल रहे हैं। तब से लेकर अब तक का यह सबसे घातक हमला था। सुरक्षाबल प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिये नियमित रूप से गोलीबारी और आंसू गैस का इस्तेमाल कर रहे है, जिसमें भारी तादाद में लोगों की मौत चुकी है।
सूत्र ने समाचार एजेंसी एफे को नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि अल-खलानी स्क्वेयर में हमलावर वाहनों के काफिले में घुस गए और वहां प्रदर्शन के लिए इकट्ठा हुए लोगों पर उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। अल-खलानी एक मल्टी-स्टोरी पार्किंग गैरेज के बगल में है, जिस पर दो महीने पहले शुरू हुई मौजूदा लामबंदी के बाद से प्रदर्शनकारियों द्वारा कब्जा कर लिया गया है। यह तहरीर चौक के करीब भी है, जो उस आंदोलन का केंद्र रहा है, जिसके कारण प्रधानमंत्री अदेल अब्दुल-महदी को पहले ही इस्तीफा देना पड़ा। हजारों लोग शुक्रवार को फिर से तहरीर चौक पर मौजूद थे।