नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र पर पर राजनीति गरमाने लगी है। मंगलवार को कांग्रेस मोदी सरकार पर जानबूझ कर संसद के शीत सत्र में देरी करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, बिना किसी कारण के संसद का शीतकालीन सत्र जो नवंबर में होता है नहीं हो रहा है। संसदीय कार्यमंत्री को भी इस बारे में नहीं पता। जिस तरह से बाकी मंत्रियों को भी पता नहीं होता क्योंकि निर्देश पीएमओ से आते हैं।
गुजरात चुनाव में देरी
आजाद ने कहा, मोदी सरकार चुनाव लड़ने वाली मशीन बन गई है। ये पहले प्रधानमंत्री हैं जो चुनाव प्रचार में ही लगे रहते हैं। उन्होंने कहा हमें ऐसी सरकार चाहिए जो देश के लिए काम करें न कि हमेशा चुनाव में ही व्यस्त रहें। आजाद ने सरकार पर जानबूझ कर गुजरात चुनाव की तारीखों के एलान में देरी का करवाने का आरोप लगाया।
संसद में खुलेगी पोल
लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, इस साल अब तक महज 38 दिन ही लोकसभा चली, 10 दिन और चल जाएगी तो 48 दिन हो जाएंगे। वो चर्चा से बचना चाहते हैं नहीं तो गुजरात में उनकी पोल खुल जाएगी। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, मोदी ब्रह्मा हैं... वह रचयिता हैं... सिर्फ वही जानते हैं कि संसद कब शुरू होगी...।
सोनिया का सरकार पर हमला
शीतकालीन सत्र में देरी को लेकर सोनिया ने सीधा हमला मोदी सरकार पर किया। उन्होंने कहा, कहा सरकार के घमंड के चलते संसदीय लोकतंत्र प्रभावित हुआ है। अगर कोई लोकतंत्र के मंदिर पर ताला लगाने की सोचता है तो ये गलत है।
आरोप बेबुनियाद: भाजपा
सोनिया के इन सवालों पर जब गुजरात के राजकोट में वित्त मंत्री अरुण जेटली से जवाब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस बेबुनियाद आरोप लगा रही है, शीत सत्र होगा और कांग्रेस को भी बेनकाब किया जाएगा।