मुंबई। बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री पंकजा मुंडे ने ट्विटर पर अपने बायो में से पार्टी का नाम हटा लिया है। इसके बाद अटकलों ने रफ्तार पकड़ ली है। इससे पहले पंकजा ने फेसबुक पोस्ट से हंगामा खड़ा कर दिया था। उन्होंने लिखा था कि उन्हें 8-10 दिन चिंतन करना है और उसके बाद वह अहम ऐलान करेंगी।
पंकजा ने 28 नवंबर को तीन ट्वीट किए थे जिनमें महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को बधाई दी थी लेकिन शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस की गठबंधन सरकार के बारे में कुछ नहीं लिखा था। सोमवार को पंकजा ने अपने ट्विटर बायो से सारी जानकारी हटा दी। इसमें उन्होंने भाजपा का नाम और अपने राजनीतिक सफर का विवरण भी हटा दिया।
राज्य विधानसभा चुनाव में वह बीड जिले की परली सीट से अपने चचेरे भाई और प्रतिद्वंद्वी राकांपा के धनंजय मुंडे से हार गई थीं। पंकजा की बहन प्रीतम मुंडे बीड़ से भाजपा की सांसद हैं। देवेंद्र फडणवीस सरकार में वह मंत्री थीं। ठाकरे नीत सरकार के गठन से पहले तक वह राज्य भाजपा इकाई की कोर समिति की सभी बैठकों में मौजूद रहीं।