नई दिल्ली। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्याज की कीमतें बढाने के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया है कि उसने जानबूझकर प्याज की आपूर्ति रोकी है जिससे इसके दाम आसमान छूने लगे। सिसोदिया ने रविवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि केंद्र सरकार ने दिल्ली के लोगों के लिए प्याज महंगा किया है। यदि केंद्र सरकार ने समय पर वादे के मुताबिक प्याज की पर्याप्त आपूर्ति कर दी होती तो लोगों को प्याज के आंसू नहीं रोने पड़ते और इसके दाम नियंत्रण में ही रहते। इस दौरान दिल्ली के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन भी मौजूद थे। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार को पांच सितम्बर को पत्र लिखकर सूचित किया था कि उसके पास 56 हजार टन प्याज है इसलिए दिल्ली की जनता को पर्याप्त प्याज उपलब्घ कराने के लिए वह जरूरत के मुताबिक प्याज की खरीद करे।
उसके बाद नौ नवंबर तक रोजाना 10 ट्रक प्याज दिल्ली को उपलब्ध कराया गया लेकिन अचानक प्याज की आपूर्ति रोक दी गयी। इसकी सूचना भी नहीं दी गयी। सिसोदिया ने कहा कि प्याज की आपूर्ति क्यों रोकी गयी इसकी कोई भी जानकारी दिल्ली सरकार को उपलब्ध नहीं कराई गयी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के पास पर्याप्त प्याज था इसके बावजूद उसने इसकी आपूर्ति बंद कर दी गयी। यह केंद्र का आश्चर्यजनक फैसला था और इससे साफ होता है कि प्याज की आपूर्ति जानबूझकर रोकी गई और एक रणनीति के तहत इसके दाम बढाए गये हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि 24 नवंबर के बाद दिल्ली के लिए प्याज के ट्रक नहीं भेजे गये हैं जिससे लोग ज्यादा परेशान है। पहले भी केंद्र सरकार से 10 ट्रक प्याज हर दिन जारी करने का अनुरोध किया गया था लेकिन उसने कभी ऐसा नहीं किया और तब भी दिल्ली को औसतन रोजाना 4 से 5 ट्रक प्याज ही मिलता रहा।