कानपुर। उत्तर प्रदेश में अपने गृहनगर कानपुर के दो दिवसीय दौरे पर आये राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि विश्वविद्यालयों को साल में कम से कम एक बार पूर्व छात्रों का सम्मेलन कराने के बारे में विचार करना चाहिये। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में शनिवार को पूर्व छात्र सम्मेलन का उदघाटन करने के बाद कोविंद ने कहा कि अपने पुराने घर, गांव, स्कूल, कॉलेज, सहपाठी से मिलना हमेशा सुखद होता है। पहले जब भी वीआइपी रोड से निकलना होता था, तब डीएवी कॉलेज दिख जाता था। उन्होने कहा कि वर्ष में एक बार विश्वविद्यालय का पूर्व छात्र सम्मेलन कराएं। उसकी तारीख 30 नवंबर या अन्य किसी तारीख रखने को कहा। कुलपति यहां से निकले पूर्व छात्रों की एक सूची तैयार करें,उसमें पूर्व छात्रों के साथ उनके परिवारीजनों को भी जोड़ा जाए।
फरवरी में पिछले दौरे का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि उस समय अपने ?तीन शिक्षकों को सम्मानित करने का उन्हें अवसर मिला था। उन्होने कहा कि कानपुर के डीएवी महाविद्यालय में कई नामचीन हस्तियों ने शिक्षा ग्रहण की है जिनमें पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न अटल बिहारी बाजपेयी, गोपाल दास नीरज, कन्हैयालाल नंदन, एसएसकटियार, केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल, ए?डमिरल विष्णु भागवत और शिक्षाविद रेनू ठाकोर शामिल है। उन्होंने कहा कि अजित डोवाल के बारे में वह नहीं जानते थे कि कानपुर से पढ़े हैं. दिल्ली में हुई एक मुलाकात का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि उस समय अजित डोवाल ने ही बताया था कि राष्ट्रपति ने जिस विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की है, वहीं से वह भी शिक्षित हुए हैं।