नई दिल्ली। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा समेत अनेक नेताओं ने पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टी एन शेषन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है और चुनाव प्रणाली में सुधार लाकर लोकतंत्र को मजबूत बनाने की दिशा में उनके महत्वपूर्ण योगदान का स्मरण किया। शेषन का कल देर रात चेन्नई में निधन हो गया था। वह 86 वर्ष के थे।
कोविंद ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘‘ टी एन शेषन के निधन के बारे में जानकर दुखी हूं। वह एक उत्कृष्ट नौकरशाह थे। मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में शेषन का कार्यकाल चुनावी सुधारों का एक महत्वूपर्ण चरण था। उनके परिवार और मित्रों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’’ मोदी ने ट्विटर पर कहा, ‘‘शेषन एक बेहतरीन प्रशासनिक अधिकारी थे। उन्होंने अत्यंत परिश्रम और निष्ठा के साथ देश की सेवा की। चुनाव सुधार में उनके प्रयासों ने हमारे लोकतंत्र को मजबूत बनाया है। उनके निधन से गहरा दुख पहुंचा। ओम शांति।’’ गांधी ने अपने शोक सन्देश में कहा कि वह एक समर्पित अधिकारी थे और उन्होंने कैबिनेट सचिव जैसे महत्वपूर्ण पद पर काम किया। मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में उन्होंने देश में चुनाव सुधार के लिए जो योगदान दिया उसके लिए उन्हें हमेशा याद किया जायेगा।
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘आज की तरह नहीं, एक वक्त था जब चुनाव आयुक्त निष्पक्ष, साहसी तथा निडर होते थे और टी एन शेषन उनमें से एक थे। उन्हें श्रद्धांजलि और पीड़ित परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ।’’ पार्टी के संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी शेषन के निधन पर शोक जताया और कहा, ‘‘अलविदा शेषन साहेब: चुनाव आयोग की असली ताकत दिखाने वाले टीएन शेषन नहीं रहे। अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि। देश के लोकतंत्र को सदा आप पर नाज रहेगा। काश, आपकी परंपरा इस दौर में भी कुछ और जांबाजों के जरिये कायम रह पाती। आप सदा, लोकतंत्र प्रेमियों के प्रेरणा स्रोत रहेंगे।’’ शेषन ने देश के 10 वें मुख्य चुनाव आयुक्त रहे थे। वह भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1955 बैच के तमिलनाडु काडर के अधिकारी थे और मुख्य चुनाव आयुक्त के पद पर 12 दिसंबर 1990 से 11 दिसंबर 1996 तक रहे। इससे पहले वह कैबिनेट सचिव रहे थे। अपने साहसिक फैसलों से उन्होंने चुनाव सुधार कर एक नयी मिसाल कायम की थी।