नागपुर। विजयदशमी के मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की ओर से पथ संचलन मार्च का आयोजन किया गया है। विजयदशमी के अवसर पर मंगलवार 8 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत 'आरएसएस-पथ संचलन मार्च' में शामिल हुए और नितिन गड़करी, वी के सिंह और एचसीएल के संस्थापक शिव नाडार भी पहुंचे। इस मैके पर स्वयंसेवको को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मोदी सरकार की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह मजबूत सरकार है जिसने कई साहसिक फैसले लिए हैं। अनुच्छेद 370 को खत्म करने के सरकार के फैसले का उन्होंने स्वागत किया।
आगे उन्होंने कहा कि मोदी सरकार समाज के उन सभी वर्गों के लिए काम कर रही है। देश में जो नई आशा जगी है वो बदलाव का प्रतीक है। कुछ फैसलों से कुछ लोगों को परेशानी हुई है और वो मुमकिन है। लेकिन वो यह कहना चाहते हैं कि सरकार के फैसले उन लोगों को पसंद नहीं है जो बदलाव को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। मोहन भागवत ने कहा कि हम एक वैश्विक समाज की परिकल्पना करता है जहां हर कोई आजादी के साथ अपनी बात रख सके।
अगर आप संघ के इतिहास पर जाएं तो आपको मिलेगा कि यह एक ऐसा संगठन है जो जमीनी स्तर पर उन लोगों के लिए काम करता है जो वास्तव में बुनियादी सुविधाओं से वंचित रहा है। संघ की राजनीति में दिलचस्पी नहीं है। लेकिन संघ चाहता है कि सरकारों की नीतियां इस तरह की हों ताकि भारत विश्वगुरु का दर्जा फिर से प्राप्त कर सके। बता दें, विजयदशमी के खास मौके पर आरएसएस पथ संचलन नाम का कार्यक्रम करता है।
जिसमें संघ के कार्यकर्ता पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लेते हैं।इस मौके पर शस्त्र पूजा के साथ भारत की सांस्कृतिक विरासत की झांकी भी पेश की जाती है। संघ अपने इस कार्यक्रम के जरिए न केवल अपनी ताकत का अहसास कराता है। बल्कि ये बताने की कोशिश करता है कि एक सांस्कृतिक संगठन किस तरह से देश की एकता को कायम रखने की कोशिश में जुटा हुआ है।