नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने बैंक ऑफ इंग्लैंड के गवर्नर नियुक्त नहीं किए जाने को लेकर खुलासा किया है। राजन ने बीबीसी को दिए इंटरव्यू में बताया कि ब्रेग्जिट की वजह से राजनीतिक परिस्थितियां कुछ ऐसी बन गई कि मैंने बैंक ऑफ इंग्लैंड के गवर्नर पद के लिए आवेदन नहीं किया। राजन ने कहा कि ब्रिटेन का केंद्रीय बैंक काफी हद तक देश की राजनीति से जुड़ा हुआ है।
ऐसे में वो अपने गवर्नर के दायित्व को सही तरीके से निभा नहीं पाएंगे। राजन 2003 से 2006 तक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के चीफ इकोनॉमिस्ट रह चुके हैं। 2013 में आरबीआई के गवर्नर बनने से पहले उन्होंने भारत सरकार के सलाहकार के तौर पर भी काम किया था। फिलहाल वे अमेरिका के शिकागो में स्थित बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस में पढ़ा रहे हैं। बैंक ऑफ इंग्लैंड के गवर्नर मार्क कार्नी का कार्यकाल अगले साल 31 जनवरी को पूरा होगा। ब्रेग्जिट की वजह से कार्नी को कई बार देश की मुद्रा नीतियों को नियमित करना पड़ा।