नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पर्यावरण प्रदूषण पर गहरी चिंता जताते हुए कहा है कि यह गंभीर संकट है और इसको महत्व देने के लिए इसे राजनीतिक मुद्दा बनाना आवश्यक है। गांधी ने बुधवार को पर्यावरण दिवस पर एकजुट होकर पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने का आहृान करते हुए कहा कि इस संकट को राजनीतिक मुद्दा बनाया जाना आवश्यक है ताकि इसे उतना महत्व मिल सके जितना सही में इसे मिलना चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने पर्यावरण संकट से निपटने के लिए कारगर कदम नहीं उठाए हैं जिसका लोगों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को हो रहे नुकसान से निपटने के लिए सरकार की तरफ से युद्ध स्तर पर कार्रवाई नहीं हुई है जिसके कारण लाखों भारतीयों को इसका सीधा खामियाजा भुगतना पड़ रहा है और कई लोग मारे भी जा रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि शोहरत और धन की लालसा में इंसान ने प्रकृति का जिस कदर विनाश किया है, पहले कभी इतना नहीं हुआ। प्रकृति को नुकसान पहुंचाकर हम गहरे संकट में पहुंच चुके हैं और यदि समय रहते संभले नहीं तो फिर ऐसी स्थिति में पहुंच जाएंगे जहां से लौटना संभव नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद हैं जो दर्शाते हैं कि इंसान के कारण पर्यावरण को अत्यधिक नुकसान हुआ है और खासकर पिछले सौ साल के दौरान उसने प्रकृति को बहुत क्षति पहुंचाई है। ग्लोबल वार्मिंग कल्पित कथा नहीं है बल्कि यह वास्तविकता है। भारत के प्रदूषित शहरों में लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही और यह भी कल्पना नहीं है, यह सच्चाई है। हमारी नदियां प्रदूषित हो रही हैं और भूजल स्तर गिर रहा है तथा जंगल सिकुड़ रहे हैं।