नई दिल्ली। धर्मेंद्र प्रधान एक बार फिर मोदी कैबिनेट का हिस्सा होंगे। गुरुवार शाम को राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में उन्होंने मंत्री पद की शपथ ग्रहण की। प्रधान मोदी सरकार-1 में भी पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री रहे। वह मार्च 2018 में मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुने गए। प्रधान भारत की 14वीं लोकसभा के सदस्य थे। उन्होंने ओडिशा के देवगढ़ निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। धर्मेंद्र प्रधान ओडिशा (2000-2004) की 12वीं विधानसभा के सदस्य भी थे। आरएसएस के सदस्य प्रधान भाजपा के पूर्व सांसद डॉ. देवेंद्र प्रधान के बेटे हैं। इन्हें बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बेहद करीबी और विश्वास पात्र माना जाता है।
2014 के लोकसभा चुनाव में बिहार में भाजपा की जीत में मुख्य भूमिका निभाने वालों में से एक थे। प्रधान 1995 में ABVP के राष्ट्रीय सचिव बने। 2007 से 2010 तक छत्तीसगढ़ के प्रभारी रहे। इस दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव भी रहे। 2004 से 2006 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। 2014 की मोदी सरकार में पेट्रोलियम मंत्रालय का प्रभार संभालते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी उज्ज्वला योजना को कामयाब बनाया था। इसी के तहत देश के गरीब परिवारों को मुफ्त में गैस कनेक्शन दिए गए। भाजपा इस योजना की कामयाबी को जनता के बीच ले जाकर चुनावों में उतरी। मोदी सरकार की वापसी में इस योजना की अहम भूमिका रही है।