नई दिल्ली। लोकतंत्र के महासमर के लिए राजनीतिक दल कमर कस चुके हैं। सात चरणों की यात्रा के बाद लोकतंत्र के महाकुंभ का समापन 23 मई को होगा। ये वो दिन होगा जब देश को नया निजाम मिल जाएगा। लेकिन इन सबके बीच इस महासमर में कई रंग दिखाई दे रहे हैं। पार्टियों में आने जाने का खेल शुरू हो चुका है। इसके साथ टिकट न मिलने से नाराज जनप्रतिनिधियों के बगावती सुर सुनाई दे रहे हैं। यहां हम आप को बताएंगे कि दो अप्रैल को क्या कुछ खास है।
मेहसाणा हिंसा मामले में कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल को गुजरात हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली थी। निचली अदालत ने हार्दिक पटेल को दो साल की सजा सुनाई थी जिसे गुजरात हाईकोर्ट ने बरकरार रखा था। इसका अर्थ ये है कि रिप्रजेंटेशन ऑफ पीपल एक्ट 1951 के तहत वो चुनाव नहीं लड़ सकते हैं। गुजरात हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ हार्दिक ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की है जिस पर आज सुनवाई होगी।
देश की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक पार्टी आज सुबह 11.45 बजे अपना घोषणापत्र जारी करेगी। इस घोषणापत्र पर हर किसी की निगाह टिकी हुई है यह 2014 से किस तरह अलग होगा। ये बात अलग है कि घोषणापत्र जारी करने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी न्यूनतम आय योजना का ऐलान कर चुके हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी जमुई और गया से बिहार में चुनावी अभियान की शुरुआत करेंगे। इसके साथ ही वो ओडिशा के भवानी पुर में भी जनसभा को संबोधित करेंगे। वर्धा की रैली में सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ये मानकर चलती है। हिंदू आतंकी होता है। क्या आप लोग मानते हैं कि ऐसा होता है। कांग्रेस मे अपने शासन में सिर्फ लोगों को छलने का काम किया है।