नई दिल्ली। दिल्ली के एम्स ट्रामा सेंटर के बेसमेंट में स्थित ऑपरेशन थियेटर में रविवार शाम करीब पौने छह बजे शॉर्ट सर्किट के चलते आग लगने से हड़कंप मच गया। हादसे के वक्त यहां मौजूद छह ऑपरेशन थियेटर (ओटी) में से दो में ऑपरेशन हो रहा था, जबकि एक में इसकी तैयारी चल रही थी।
कुछ ही देर में धुआं बेसमेंट समेत ऊपर के फ्लोर पर फैल गया। इसके चलते ट्रामा सेंटर में मौजूद डॉक्टरों व अस्पताल स्टाफ समेत मरीज व तीमारदारों की सांसें अटक गई। अस्पताल के कर्मचारियों ने तत्काल मामले की सूचना फायर ब्रिगेड को दी।
आनन-फानन में दो ओटी में डॉक्टरों ने ऑपरेशन पूरा कर व एक ओटी में बगैर ऑपरेशन मरीजों को पास स्थित अस्पताल की दूसरी बिल्डिंग में स्थानांतरित कराया। शाम 6.12 बजे अलग-अलग फायर स्टेशनों से 24 गाडि़यां मौके पर पहुंचीं। दमकलकर्मियों ने बेसमेंट को खाली कराकर आग बुझाने का काम शुरू किया। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन बिल्डिंग से धुआं रात तक निकलता रहा। एम्स प्रशासन ने घटना की जांच के लिए गठित कर दी है।
हादसे के वक्त बेसमेंट में डॉक्टरों, मरीजों, कर्मचारियों व तीमारदारों समेत करीब 250-300 लोग मौजूद थे तो पूरी बिल्डिंग में हजारों लोग थे। धुआं बेसमेंट से भूतल, प्रथम और द्वितीय तल पर फैला तो अस्पताल के कर्मचारियों ने तत्परता दिखाते हुए यहां से मरीजों को दूसरी बिल्डिंग के वार्डो में शिफ्ट किया। वहीं धुआं बिल्डिंग से बाहर निकल सके, इसके लिए बेसमेंट व भूतल पर शीशे तोड़ दिए गए।
प्रभारी चीफ फायर अफसर अतुल गर्ग ने बताया कि ऑपरेशन थियेटर में ऑक्सीजन की पाइप लाइन से गैस लीक थी। इसी के चलते आग बुझाने में थोड़ा समय लगा। बाद में पीछे से सप्लाई बंद कर इसे दुरुस्त करा दिया गया। शुरुआती जांच में आग का कारण शॉर्ट सर्किट सामने आया है।