नई दिल्ली। पाकिस्तानी सरकार और वहां की मीडिया भले ही इस बात से इनकार कर रही हो कि भारत ने यहां कोई एयर स्ट्राइक नहीं की है, लेकिन बालाकोट (जहां एयरफोर्स ने बम गिराए) के लोग ही उनकी पोल खोल रहे हैं। स्थानीय लोगों ने साफ कहा है कि यहां भारतीय लडाकू जहाज आए थे और यहां रात तीन बजे के करीब जबरदस्त धमाके हुए। स्थानीय लोगों का कहना है कि धमाके इतने तेज थे कि ऐसा लगा जैसे जलजला आ गया।
बालाकोट के एक स्थानीय निवासी ने बीबीसी से बात करते हुए बताया, 'यहां जहाज से कोई समान गिरा है रात के करीब 3 बजे, कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। रात करीब 3 बजे का समय था कि अचानक बाहर बहुत तेज धमाका हुआ और ऐसा लगा कि जैसे जलजला आया है। तो हम फिर सोए नहीं हैं, फिर 5-10 मिनट बाद हमने देखा कि बाहर धमाका हुआ है।
वहीं हमारे रिश्तेदार रहते हैं। वहां काफी नुकसान हुआ है, काफी घरों को नुकसान पहुंचा है, लोग जख्मी भी हुए हैं। पांच से ज्यादा धमाके हुए। पांच 10 मिनट बार जहाज की साउंड बंद हो गई। फिर हमारे पाकिस्तानियों को भी आवाज आ रही थी। सुबह फिर हम वहां गए तो बहुत बड़ा गड्डा हुआ था, 4-5 मकान भी डैमेज हुए थे।'
इससे पहले पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा अंतर-सेवा जन संपर्क (आईएसपीआर) के महानिदेशक मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट कर कहा था ‘भारतीय वायुसेना के विमान मुजफराबाद सेक्टर से घुसे। पाकिस्तानी वायुसेना की ओर से समय पर और प्रभावी जवाब मिलने के बाद वह जल्दबाजी में अपने बम गिरा कर बालाकोट के करीब से बाहर निकल गए। जानमाल को कोई नुकसान नहीं हुआ है।’ उन्होंने कहा था कि यह एलओसी के नजदीक वाल बालाकोट है, जबकि हकीकत यह है कि यह खैबर पख्तूनवां इलाके का बालाकोट है जो एलओसी से करीब 80 किलोमीटर दूर है।