भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल समेत लगभग समूचे राज्य के इन दिनों भारी बारिश से बेहाल होने के चलते सड़कों पर सैलाब जैसे मंजर दिखाई दे रहे हैं। कई शहरों का एक-दूसरे से संपर्क पूूरी तरह कट गया है। लगातार बारिश के चलते लगभग सभी छोटे-बड़े बांधों के गेट लगातार खोले जा रहे हैं। इसी बीच राज्य के विभिन्न हिस्सों में ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकतर स्थानों पर जलभराव, नदियों का पानी पुलों के ऊपर से बहने की समस्याओं की खबरें राजधानी भोपाल तक पहुंच रही हैं।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भारी वर्षा के दौरान किसी भी प्रकार की जान-माल की हानि रोकने के लिए शासन प्रशासन को चौकस रहने और राहत और बचाव के सभी उपाय करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने जनता से अपील की है कि वे भी विशेष सावधानी बरते ताकि कोई अप्रिय घटना घटित ना हो। कमलनाथ ने कहा कि वे स्वयं प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से भारी वर्षा संबंधी जानकारी लेकर, इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। राजधानी भोपाल में भी आज सुबह से बारिश का दौर रुक-रुक कर जारी है।
कल स्वतंत्रता दिवस पर भी राजधानी में दिन भर बौछारों से लेकर तेज बूंदाबांदी का सिलसिला चलता रहा था। जबलपुर जिले स्थित बरगी बांध के पंद्रह गेट खोले जाने के चलते रायसेन जिले के बरेली के समीप बारना नदी के पुल पर बैक वाटर आ गया जिसके चलते रायसेन का जबलपुर और भोपाल से सड़क संपर्क टूट गया।
देर रात बरेली के पास बारना नदी पर पानी आ गया। जिस कारण नर्मदा नदी के किनारे बसे गावों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। बारना पुल पर पानी आने से राष्ट्रीय राजमार्ग 12 का सड़क मार्ग बंद हो गया है। इसके चलते भोपाल-जबलपुर सड़क मार्ग बन्द है। दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। वहीं विदिशा रायसेन राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 146 तीन दिन से बंद है। यहां बेतवा के पगनेश्वर पुल पर 10 फिट पानी है। क्षेत्र में लगभग 100 ग्राम बसे हुए हैं, जिनका संपर्क टूट गया है।
विदिशा में भी प्रशासन ने भारी बारिश के चलते आम नागरिकों से नदी नाले और तालाब आदि के समीप नहीं जाने की अपील की है। गुना जिले स्थित गोपीकृष्ण सागर के भी गेट खुलने की खबरें हैं। वहीं सागर जिले के बीना में रेल ट्रैक पर पानी भर जाने से दिल्ली-मुंबई मार्ग पर कल ट्रेनें कुछ देर तक प्रभावित रहीं। श्योपुर जिले में चम्बल तथा पार्वती नदियां खतरे के निशान से ऊपर बहने से श्योपुर का राजस्थान के कोटा, बारां सहित जयपुर को जोडने वाले तीनों मार्गों पर यातायात बंद हो गया है। नदी किनारे के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। इसके चलते प्रशासन ने मुरैना और भिंड जिले में अलर्ट जारी किया है।