नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में हवा की गति कम होने से वायु प्रदूषण के स्तर में उछाल आ गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक स्तर 371 पहुंच गया, जो कि 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है। वहीं बात करें आज की तो आज हवा खतरनाक श्रेणी में बनी हुई है।
पड़ोसी शहर गाजियाबाद का स्तर 404 तक पहुंच गया, जो कि 'गंभीर' श्रेणी में आता है। फरीदाबाद का स्तर 367, नोएडा का स्तर 362, ग्रेटर नोएडा का स्तर 384 व गुरुग्राम का स्तर 309 रहा। मौसम विभाग के अधिकारियों ने संभावना जताई कि आगामी कुछ दिनों में बारिश होने के कारण प्रदूषण स्तर कम हो सकता है।
सीपीसीबी ने कहा कि आनंद विहार, बवाना, द्वारका सेक्टर 8, आईटीओ व मुंडका में वायु की गुणवत्ता 'गंभीर' रही, 28 इलाकों में यह 'बेहद खराब' रही, जबकि 3 इलाकों यह 'खराब' श्रेणी में रही। दिल्ली की हवा में अतिसूक्ष्म कण पीएम 2.5 का स्तर 246 दर्ज किया गया, जबकि पीएम 10 का स्तर 396 रहा।
केंद्र संचालित वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान प्रणाली (सफर) ने बताया कि अगले 2 दिनों में बारिश होने की संभावना है और इससे वायु की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते अगले 7 दिनों तक पश्चिम हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी और मैदानी राज्य पंजाब और हरियाणा के कुछ इलाकों में बारिश हो सकती है, जिससे कोहरे की आशंका बढ़ जाएगी।
पश्चिम हिमालयी क्षेत्रों में 24 जनवरी तक बारिश और बर्फबारी की संभावना के बीच पंजाब और उत्तरी हरियाणा के कुछ इलाकों में 17 जनवरी तक सामान्य से अधिक बारिश की आशंका जताई है। मौसम विभाग की पूर्वानुमान इकाई ने शनिवार और रविवार को दिल्ली, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान व पंजाब के अधिकांश इलाकों में घने कोहरे होने की आशंका जताई है।