मुंबई। पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज नासिर जमशेद को टी-20 स्पॉट फिक्सिंग मामले में साथी क्रिकेटरों को रिश्वत देने की साजिश में शामिल होने का दोषी पाया गया। नासिर ने अपना अपराध कबूल कर लिया है और अगले साल फरवरी उन्हें सजा सुनाई जाएगी। सलामी बल्लेबाज नासिर जमशेद पाकिस्तान के लिए 2 टेस्ट, 48 वनडे और 18 टी20 मैच खेल चुके हैं। जहां दो टेस्ट में नासिर का औसत सिर्फ 12.75 का रहा, तो वनडे में 3 शतकों के साथ उन्होंने 31.51 का औसत निकाला। वहीं 18 टी-20 में नासिर का औसत 21.35 का रहा।
मामले की सुनवाई के शुरुआत में सरकारी वकील एंड्रयू थॉमस ने कहा, ‘‘एक अंडरकवर पुलिस अधिकारी ने खुद को फिक्सिंग गिरोह का सदस्य बताते हुए स्पॉट फिक्सिंग के नेटवर्क में जगह बनाई। उन्होंने 2016 में बांग्लादेश प्रीमियर लीग में फिक्सिंग के प्रयास और फरवरी 2017 में पाकिस्तान सुपर लीग में फिक्सिंग का खुलासा किया। दोनों मामलों में टी-20 टूर्नामेंट में एक ओपनर ने पैसे लेकर एक ओवर की पहली दो गेंद पर रन नहीं बनाने की सहमति दी थी।’’
बांग्लादेश में दो गेंद पर रन नहीं बनाने के प्लान में फिक्सर के निशाने पर जमशेद थे। बाद में वे इसमें खुद शामिल हो गए। उन्होंने पाकिस्तान सुपर लीग में इस्लामाबाद यूनाइटेड और पेशावर जाल्मी के बीच मैच के दौरान बाकी खिलाड़ियों को स्पॉट फिक्सिंग के लिए उकसाया। पदाधिकारियों को इस बात का पता चला और उन्होंने मैच होने दिया। मैच में शार्जील खान ने पहली दो गेंद पर रन नहीं बनाया।