रायपुर। छत्तीसगढ़ में 13 वर्षों पूर्व पंजीकृत पंजीकृत शासकीय होटल प्रबंध खानपान तकनीकी एवं अनुप्रयुक्त पोषाहार संस्थान के भवन एवं वेतन में लगभग 24 करोड़ व्यय करने के बाद भी अभी तक यहां शिक्षण कार्य शुरू नही हो सका है। जनता कांग्रेस के सदस्य अजीत जोगी ने आज प्रश्नोत्तरकाल में संस्थान के भवन एवं वेतन आदि पर 24 करोड़ रूपए व्यय होने के बावजूद इसमें अभी तक शिक्षण कार्य शुरू नही पर गंभीर चिन्ता व्यक्त की। उन्होने कहा कि संस्थान में न तो कैटरिंग लैब बन सका है और न ही मैनेजमैंट लैब ही बना है।
इसे नोयडा स्थित संस्थान के सम्बद्द करने के लिए आवेदन भी नही किया गया है। पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने स्वीकार किया कि इस संस्थान का पंजीयन 2006 में हुआ था।इसके बाद भवन के निर्माण पर 20 करोड 71 लाख 71351 रूपए तथा तीन करोड़ 31 लाख 69528 वेतन भत्ते आदि पर व्यय हो चुके है।उन्होने यह भी स्वीकार किया कि संस्थान में शिक्षण कार्य शुरू नही हो सका है।
उन्होने कहा कि उच्च न्यायालय में एक मामला लम्बित होने के कारण ऐसा हुआ है। जोगी ने कहा कि उच्च न्यायालय से संस्थान शुरू नही करने का स्थगन नही है।इसे शुरू करने के लिए संस्थान में कैटरिंग लैब एवं मैनेजमैंट को बनवाकर नोयडा स्थित संस्थान के सम्बद्द करने के लिए आवेदन तुरंत किया जाना चाहिए।उन्होने कहा कि स्थगन को रद्द करवाने का प्रयास होना चाहिए।मंत्री ने कहा कि प्रधानाचार्य एवं कर्मचारियों ने स्थगन लिया है,इसे रद्द करवाने का प्रयास होगा।सम्बद्दता के लिए आवेदन किया जा सकता है।सरकार इसे शुरू करने के प्रति गंभीर है।