जीवन में अगर साढ़े साती का प्रभाव चल जाता है तो समझो बुरा समय शुरू हो गया।
इसकी वजह से धन की हानि होने लगती है और घर में कलह का माहौल हो जाता है ज्योतिष के अनुसार लोहे के छल्ले को धारण करने से शनि की साढ़े सटी से बचा का सकता है जो लोग लोहे से बना छल्ला धारण करते है वो साढ़े साती के प्रकोप से बच जाते है।
आज हम आपको लोहे के छल्ले को धारण करने के नियम बताते है।
लोहे के छल्ले को धारण करने का सबसे उत्तम दिन शनिवार है शनिवार के दिन आप इस छल्ले को पहले गंगा जल में डाल दे और जैसे सूर्यास्त हो जाये आप गंगा जल स इस छल्ले को निकलकर इसे धारण कर ले इस छल्ले को धारण करने के लिए सबसे सही नक्षत्र पुष्य, अनुराधा, उत्तरा और भाद्रपद है।
लोहे के छल्ले को हमेशा दाहिने हाथ की मध्यमा ऊँगली में धारण कर ले क्योंकि इस ऊँगली का नाता शनिदेव से है।
लोहे के छल्ले को धारण करने से पहले जातक अपनी कुंडली किसी ज्योतिष को दिखा ले क्योंकि जिन लोगों की कुंडली में शनि, राहु और केतु का दुष्प्रभाव नहीं होता हैं, अगर वो इस छल्ले को धारण कर लें, तो इसका गलत प्रभाव उनके जीवन पर पड़ने लगता है।
बार इस लोहे के छल्ले को ऊँगली से ना निकले इससे छल्ले का कोई लाभ नहीं मिलता।