कुदरत की बनाई ये दुनिया वाकई बड़ी रहस्यमयी है. यहां कई रहस्यमयी जीव है जिनके बारे आजतक वैज्ञानिकों को सही जानकारी नहीं मिल पाई है. जिस कारण जब ये जीव और इनके बारे में जब हमें पता चलता है तो हम लोग काफी ज्यादा हैरान रह जाते हैं. ऐसी ही एक मछली इन दिनों लोगों के बीच चर्चा में है. जिसके बारे में कहा जा रहा है इन मछलियों ने डायनासोर का भी शिकार किया है.
लाइव साइंस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक इस मछली का नाम लैंप्रेज़ है. जो उत्तरी प्रशांत महासागार के मीठे पानी वाले इलाकों में पाई जाती है. वैज्ञानिकों को माने तो ये मछली कुछ ठोस नहीं खा सकती है. ये सिर्फ तरल पदार्थ के लेकर ही अपने जीवन जीती है. कहने का मतलब है ये अपने शिकार का सिर्फ खून चूसकर अपना पेट भरती है और इसी तरह ये शिकार भी करती है. इसके बारे में ऐसा कहा जा रहा है कि ये लगभग 45 करोड़ साल से यह धरती पर मौजूद है.
ईल जैसी दिखने वाली इस मछली के जबड़े नहीं होते फिर भी ये अपने शिकार को बड़ी बेरहमी से मौत के घाट उतारती है. जबड़े के बजाय, इनके पास दांतों से घिरा एक चूसने वाला मुंह होता है, जिसका उपयोग शिकार को दबोचने और खून निकालने के लिए करती हैं. आपको जानकार हैरानी होगी कि इस मछली के शरीर में एक भी हड्डी नहीं है. इन मछलियों के बारे में कहा जा रहा है कि मौजूदा समय में पैसिफिक लैंप्रेज़ की 40 प्रजातियां अस्तित्व में हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि ये चार बार विलुप्त होने की कगार तक पहुंच गए थे, लेकिन ये वापस से अस्तिव में आ गए क्योंकि मादा लैंप्रेज एक बार में 2 लाख अंडे देती है.