दक्षिण अटलांटिक महासागर में मछली पकड़ने वाली एक नाव के डूबने की खबर है। बताया जा रहा है कि इस हादसे में छह लोगों की मौत हो गई है जबकि सात लोग लापता है। लापता लोगों की तलाश के लिए सर्च अभियान चलाया जा रहा है। हादसा, मंगलवार को फॉकलैंड द्वीप समूह के तट से करीब 200 मीट दूर हुआ है। ब्रिटिश और स्पेनिश समुद्री अधिकारियों के मुताबिक, नाव पर कुल 27 लोग सवार थे। सभी लोग मछलियां पकड़ने के लिए समुद्र में जा रहे थे। इसी दौरान नाव फ़ॉकलैंड द्वीप समूह के तट से लगभग 200 मील दूर डूब गई। जिसमें कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और सात लोग लापता हो गए।
स्पेनिश अधिकारियों ने बताया कि अर्गोस जॉर्जिया नाम का एक जहाज अर्जेंटीना के पास दक्षिण अटलांटिक महासागर में डूब गया। उन्होंने बताया कि जहाज 176 फुट लंबाई का था। हादसे के बाद इलाके में मछलियां पकड़ रहे मछुआरों ने अपनी नाव द्वारा 14 लोगों की जान बचा ली। दक्षिणपूर्वी गैलिसिया में स्पेन के पोंटेवेद्रा प्रांत के अधिकारियों ने चालक दल के 10 सदस्यों की पहचान स्पेन के लोगों के रूप में की, लेकिन उनकी स्थिति के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि चालक दल के सदस्यों में कई लोग अन्य देशों के भी थे।
बता दें कि इस द्वीप पर ब्रिटेन के नियंत्रण है। जिसे अर्जेंटीना इस्लास माल्विनास नाम से भी जाना जाता है। अर्जेंटीना इस द्वीप पर अपना दावा करता है। सोमवार को आर्गोस जॉर्जिया नाम के जहाज से इसी द्वीप पर एक आपातकालीन संकेत प्राप्त हुआ था। आपातकालीन सिग्नल ने संकेत दिया कि नाव फ़ॉकलैंड द्वीप समूह की राजधानी स्टेनली के पूर्व में थी, जब वह पानी में डूबने लगा। निगरानी साइट मरीन ट्रैफिक डॉट कॉम के मुताबिक, उस समय जहाज 35 समुद्री मील प्रति घंटे की गति से चल रहा था।
बताया जा रहा है कि आर्गोस जॉर्जिया का प्रबंधन आर्गोस फ्रोयेनेस लिमिटेड द्वारा किया जाता है, जो एक निजी स्वामित्व वाली संयुक्त ब्रिटिश-नॉर्वेजियन कंपनी है, ये सेंट हेलेना के झंडे के नीचे नौकायन कर रही थी, जो दक्षिण अटलांटिक में ब्रिटेन के शेष विदेशी क्षेत्रों में से एक है। समुद्री यातायात पर नज़र रखने वाली वेबसाइट वेसेल्फिंदर के अनुसार, जो नाव हादसे का शिकार हुई है वह 2018 में बनाई गई थी। बता दें कि 1982 में फ़ॉकलैंड द्वीप समूह पर ब्रिटेन और अर्जेंटीना के बीच युद्ध हुआ, जब अर्जेंटीना के सैनिकों ने आक्रमण शुरू किया। जिसमें 649 अर्जेंटीना और 255 ब्रिटिश सैनिक मारे गए थे।