नई दिल्ली। रूस के रक्षा मंत्रालय ने अपने सैनिकों को कहा है कि जो सबसे पहले अमेरिकी फाइटर जेट F-15 और F-16 को मारकर गिराएगा, उसे सरकार की तरफ से 15 मिलियन रुबल्स मिलेंगे। यानी 1.41 करोड़ रुपए। रूस ने यह घोषणा इसलिए की है क्योंकि अमेरिका समेत अन्य यूरोपीय देश यूक्रेन की मदद के लिए ऐसे फाइटर जेट दे रहे हैं।
16 जुलाई 2024 को रूस की एक तेल निकालने वाले यंत्रों को बनाने वाली कंपनी ने यह ऑफर दिया है कि जो रूसी लड़ाका F-16 या 15 को मारकर गिराएगा। उसे 15 मिलियन रुबल्स दिए जाएंगे। कंपनी ने ये ऑफर अपनी तरफ से रूसी रक्षा मंत्रालय को दिया। इस खबर की पुष्टि रूस की समाचार एजेंसी TASS ने भी की है।
कंपनी की डिप्टी एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर फॉर सोशल वर्क इलिया पोतेनिन ने एक वीडियो रिलीज करके यह बता कही। इसमें कहा गया है कि जो रूसी सैनिक यूक्रेन में अमेरिकी फाइटर जेट्स को मार गिराएगा, उसे यह ईनाम मिलेगा। यह घोषणा उस समय की गई, जब कुछ रूसी सैनिकों को यूक्रेनी टैंकों को नष्ट करने के लिए सम्मानित किया जा रहा था।
इसके पहले फोरेस कंपनी के सीईओ सर्गेई श्मोत्यीव ने जून में ऐसा ही ऐलान किया था। सर्गेई ने कहा था कि जो सैनिक पहला यूक्रेनी टैंक ध्वस्त करेगा, उसे 50 लाख रुबल्स 4।73 करोड़ रुपए और बाद के टैंकों को ध्वस्त करने के लिए 5 लाख रुबल्स यानी 47।50 लाख रुपए मिलेंगे। यही पैसे दिए जा रहे थे, तब फाइटर जेट को गिराने के ईनाम की घोषणा कर दी गई।
इस समय यूक्रेन को डच और डैनिस सरकार मिलकर एफ-16 फाइटर जेट्स दे रहे हैं। उम्मीद है कि यूक्रेन को बहुत जल्द इन फाइटर जेट्स की पहली खेप मिल जाएगी। ट्रांसफर प्रोसेस तेजी से पूरा किया जा रहा है। यूरोपीय देशों ने मिलकर यूक्रेन को 85 F-16 फाइटर जेट देने को कहा है। ताकि यूक्रेन की ताकत बढ़ सके।
इसके अलावा नॉर्वे और बेल्जियम भी 50 से ज्यादा एफ-16 फाइटर जेट देने को तैयार हैं। ये जेट्स 2028 तक यूक्रेन को मिलेंगे। नॉर्वे अपनी तरफ से 22 फाइटर जेट भेजने वाला है। एफ-16 ऐसे फाइटर जेट्स हैं, जो AIM-9L Sidewinder मिसाइलों से लैस है। ये मिसाइल रूस के टैंकों, विमानों, हथियारों की धज्जियां उड़ा देगा। इसके अलावा AIM-120 एडवांस मीडियम रेंज मिसाइल से भी लैस है।
जमीन पर हमला करने के लिए इन फाइटर जेट्स में AGM-65G Maverick, GBU-12, GBU-24, GBU-31 और JDAM बम लगाए जा सकते हैं। इस फाइटर जेट में 20 मिलिमीटर की वल्कन कैनन भी लगी है। यानी सामने से आ रहे फाइटर जेट्स पर घातक हमला किया जा सकता है।