नई दिल्ली। कुवैत में भीषण हादसा हुआ है. मंगाफ शहर में एक इमारत में भीषण आग लग गई है. इस हादसे में 40 से ज्यादा मजदूरों की मौत हो गई है. मरने वालों में कई भारतीय मजदूर भी शामिल हैं. साथ ही 50 से ज्यादा मजदूरों के घायल होने की खबर है. घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है. जिस इमारत में आग लगी, उसका इस्तेमाल श्रमिकों के आवास के लिए किया जाता था और वहां बड़ी संख्या में मजदूर थे. आग लगने की घटना स्थानीय समयानुसार सुबह 6 बजे मंगाफ शहर में हुई. हालांकि अब इमारत में लगी आग पर काबू पा लिया गया है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस हादसे पर दुख जतया है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया,'कुवैत में आग लगने की घटना की खबर से गहरा सदमा लगा है. खबर है कि 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और 50 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हैं. हमारे राजदूत शिविर में गए हैं. हम आगे की जानकारी का इंतजार कर रहे हैं. जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना. घायलों के जल्द और पूर्ण ठीक होने की कामना करता हूं.' सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर आग लगने की इस घटना के वीडियो @AdityaRajKaul नाम के यूजर ने पोस्ट किए हैं. इन वीडियो में आप देख सकते हैं कि इमारत में कितनी भीषण आग लगी थी. आग लगने के बाद इमारत में से आग की लपटें निकलने लगीं. इमारत की खिड़की में से धुएं का गुबार निकलने लगा. धीरे-धीरे आग इमारत के हर कोने में पहुंच गई, जिसके बाद उसमें फंसे लोगों की इस भीषण हादसे में मौत हो गई. आग लगने की सूचना पर मौके पर तुंरत दमकल की गाड़ियां पहुंच गईं. जिन्होंने आग बुझाने पर काम शुरू किया.
इमारत में लगी आग काफी भीषण थी, इसलिए दमकल कर्मचारियों को आग को बुझाने में अच्छी खासी मशक्कत करनी पड़ी. इसके बाद मौके पर कई एंबुलेंस की गाड़ियां भी दौड़ते हुए दिखती हैं, जिनके जरिए घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाने का काम शुरू किया. अस्पताल पहुंचने पर घायलों का तुरंत इलाज शुरू किया गया. आग लगने की इस घटना के बारे में जब अधिकारियों को पता चला तो हड़कंप मच गया. उन्होंने तुरंत मौके पर राहत पहुंचाई.
कुवैत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इंटीरियर मिनिस्टर शेख फहाद अल-यूसुफ अल-सबाह ने पुलिस को मंगाफ बिल्डिंग के मालिक को गिरफ्तार करने का आदेश दिया, जहां बुधवार को भीषण इमारत में आग लगी थी. मामले में जांच के आदेश भी दिए गए हैं. कथित तौर पर बिल्डिंग में लगभग 160 लोग रहते थे. मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं बिल्डिंग में इतनी अधिक संख्या में लोग कैसे रह रहे थे.