अजरबैजान। अजरबैजान में मंगलवार (19 सितंबर) को काराबाख के बारूदी सुरंगों में छह नागरिक मारे गए। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने जानकारी देते हुए बताया है कि अजरबैजान के नागोर्नो-काराबाख क्षेत्र में दो अलग-अलग घटनाओं में बारूदी सुरंगों से उसके छह नागरिक मारे गए। अजरबैजान ने आरोप लगाया कि यह बारूदी सुरंगें अर्मेनियाई के अवैध सशस्त्र ग्रुप्स ने लगाई थी।
काराबाख को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अजरबैजान के हिस्से के रूप में मान्यता मिली हुी है। काराबाख में बड़ी संख्या में अर्मेनियाई आबादी रहती है, यह क्षेत्र युद्ध के बाद से 1990 के दशक की शुरुआत में बाकू के नियंत्रण से अलग हो गया था। अजरबैजान ने साल 2020 के युद्ध में और काराबाख के आसपास की जमीन पर फिर से कब्ज़ा कर लिया। वहीं, बाकू ने कहा कि आंतरिक मंत्रालय के चार कर्मचारियों की मौत हो गई। यह हादसा एक सुरंग निर्माण स्थल के पास ट्रक को एक खदान से उड़ा दिया गया।
वहीं, बयान में आगे कहा गया है कि एक अन्य बारूदी सुरंग विस्फोट से दो नागरिकों की मौत हो गई। हालांकि, काराबाख में जातीय अर्मेनियाई अधिकारियों की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। आर्मेनिया ने सोमवार को कहा कि यह आरोप झूठे हैं कि उसके अपने सशस्त्र बलों ने अजरबैजानी क्षेत्र में बारूदी सुरंगें बिछाई हैं।
अजरबैजान और आर्मेनिया के बीच संबंध लगातार तनावपूर्ण बने जा रहे हैं, इस घटना ने दोनों देशों के बीच की खाई को और बड़ा कर दिया है। अजरबैजान के रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को अर्मेनियाई सशस्त्र ग्रुप्स पर जॉर्जिया के तिब्लिसी से बाकू के लिए उड़ान भरने वाले एक यात्री जेट के जीपीएस नेविगेशन को रोकने का आरोप लगाया।
काराबाख में अजरबैजान के आरोपों को अर्मेनियाई लोगों ने सिरे से नकार दिया। आर्मेनिया के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि अजरबैजान का कूटनीतिक रुख ऐसा लग रहा है जैसे वह सैन्य ताकत बढ़ाने के लिए जमीन तैयार कर रहा है। दोनों देशों का कहना है कि वे शांति समझौते के जरिए अपने मतभेदों को सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।