उत्तर प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीट मैनपुरी अब एक नए विवाद को लेकर सुर्खियों में है। मैनपुरी में बीती रात समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव और इस सीट से पार्टी की उम्मीदवार डिंपल यादव ने रोड शो किया। इस दौरान समाजवादी पार्टी के कुछ समर्थक महाराणा प्रताप की मूर्ति पर चढ़ गए। उस पर समाजवादी पार्टी का झंडा लगा दिया। आरोप है कि समाजवादी पार्टी के समर्थकों ने पीएम मोदी और सीएम योगी के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाए। पार्टी के इन कार्यकर्ताओं पर मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है। बीजेपी अब इसे चुनाव में बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी में है।
शुरुआत सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की है। उन्होंने सपा कार्यकर्ताओं की इस हरकत को लेकर कहा है कि इन परिवारवादी दलों से क्या उम्मीद की जा सकती है। ये अपने परिवार तक सीमित हैं। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और नेशनल कॉन्फ्रेंस का कोई नेशनल एजेंडा नहीं है। इनकाएजेंडा खुद का परिवार है।
सीएम ने कहा कि स्वार्थ पर आधारित इन दलों का एजेंडा एक तरफ राष्ट्र नायकों का अपमान करता है, तो दूसरी तरफ माफिया और आतंकी तत्वों को संरक्षित और महिमा मंडन करते हैं। इस प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने 2012 में सत्ता में आने पर आतंकवादियों के मुकदमों को वापस लेने का बेशर्मी से प्रयास किया था। मुख्यमंत्री ने मुख्तार अंसारी का जिक्र करते हुए कहा, ‘अभी कुछ दिन पहले एक कुख्यात माफिया की मौत होती है, तो संवेदना व्यक्त करने के लिए उसके घर पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जाते हैं।’
उन्होंने कहा कि राष्ट्र नायक महाराणा प्रताप की मूर्ति के साथ जिस प्रकार का अपमानजनक और अवमानना पूर्ण व्यवहार समाजवादी पार्टी के नेताओं का था, वह अत्यंत निंदनीय है। मैं इस कृत्य की भर्त्सना करता हूं। ये सिर्फ समाजवादी पार्टी का ही नहीं है, ये महाराष्ट्र में राहुल गांधी के साथ भी था। छत्रपति शिवाजी महाराज का एक समर्थक उनकी मूर्ति राहुल गांधी को देना चाहता था, राहुल गांधी ने लेने से इनकार कर दिया। ये राष्ट्र नायकों का सम्मान नहीं आतंकियों का महिमा मंडन करेंगे।
मैनपुरी के SP विनोद कुमार ने कहा कि समाजवादी पार्टी के रोड शो का कार्यक्रम था। रोड शो खत्म होने के बाद कुछ कार्यकर्ता महाराणा प्रताप चौक पर आए और चबूतरे पर चढ़कर पार्टी विशेष का झंडा लगाने का प्रयास किया और नारेबाजी भी की। CCTV की जांच की जा रही है और लोगों से वार्ता की जा रही है। उन्होंने कहा है 100 अज्ञात सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर सपा कार्यकर्ताओं के चढ़ने के बाद भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हंगामा खड़ दिया। वे करहल चौक पर धरने पर बैठ गए और जमकर नारेबाजी की। यही नहीं, बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पानी का टैंकर मंगवाकर प्रतिमा को धुला और सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एक्शन लेने की मांग की।